अनिल कुमार शर्मा
काली बस्ती में
कालों के बीच
अकेला सफ़ेद बाल
निर्भीक निर्द्वंद्व निरार्शित
बहुमत के समक्ष
कमजोर विपक्ष की भूमिका में
पोतकर कूटनीतिक कालोंच सफ़ेद पर
मिला लिया कालों ने अपने गुट में
रंगता रहा काला दल
हर नये आने वाले सफ़ेद को
सफेद
बढ़ाता रहा चुपचाप अपना संख्या बल
रंगकर कालों के रंग में
किया नहीं सफ़ेद ने
किसी काले को सफेद
बहुमत की ख़ातिर
समय के हथियार से
पराजित कर कालों को
प्रचंड बहुमत से आसीन हैं सफेद
अब मनुष्य के सिर सिंहासन पर