नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांदी के केंद्र सरकार पर हमले के बाद भाजपा ने भी इस पर पलटवार किया है।
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने तंज कसते हुए पूछा कि कांग्रेस में संसद के प्रति इतनी आस्था कैसे जग गई। अगले कुछ दिनों मे कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभालने जा रहे राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि इतने सालों में उनकी उपस्थिति संसद में कभी भी अच्छी नहीं रही।
सोमवार को सोनिया ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में केंद्र पर हमला किया था। जेटली ने राजकोट से और भूपेंद्र ने बयान जारी कर उसका जवाब दिया। जेटली ने कहा कि चुनाव के वक्त में संसद का सत्र पहले भी टलता रहा है। वहीं भूपेंद्र ने 1981, 1990, 1993, 2011 का हवाला देते हुए संसद के सत्र टलने की बात कही। वस्तुत: 1990 में तो शीतकालीन सत्र क्रिसमस के बाद शुरू हुआ था और मध्य जनवरी तक चला था।
भूपेंद्र यादव ने राहुल के संसद में मौजूदगी को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा में उनकी उपस्थिति 54 फीसद रही, जबकि 15वीं लोकसभा में 43 फीसद थी। ऐसे में सत्र के प्रति कांग्रेस का मोह और आकर्षण समझ से परे है।
गौरतलब है कि सामान्यतया शीतकालीन सत्र नवंबर के आखिरी सप्ताह से लेकर क्रिसमस तक होता है। लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर अब तक सत्र शुरू नहीं हुआ है।