चेन्नई। आयकर विभाग ने मद्रास हाई कोर्ट को बताया है कि तमिलनाडु में गुटखा घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले उसके एक गोपनीय पत्र को बरामद कर लिया गया है। यह पत्र जयललिता के निवास स्थान पोएस गार्डन में अन्नाद्रमुक से निष्कासित शशिकला के कब्जे वाले कमरे से जब्त किया गया है। आयकर विभाग, चेन्नई के प्रमुख निदेशक एस बाबू वर्गीज की ओर से हाई कोर्ट में दाखिल हलफनामे में यह सूचना दी गई है।
इस कथित घोटाले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग को लेकर द्रमुक विधायक जे अनबाझगन ने एक जनहित याचिका दाखिल की थी। हाई कोर्ट उसी याचिका पर सुनवाई कर रहा है।
याचिका में आरोप है कि प्रतिबंधित गुटखे की बिक्री का रास्ता खोलने वाले इस घोटाले में सूबे के एक मंत्री, पुलिस सहित राज्य और केंद्र सरकार के उच्चस्तरीय अधिकारी लिप्त हैं। ऐसे में मामले में सिर्फ सीबीआइ ही निष्पक्ष तरीके से जांच कर सकती है।
हलफनामे के अनुसार, आयकर विभाग के तत्कालीन प्रमुख निदेशक ने 11 अगस्त, 2016 को घोटाले के संबंध में तमिलनाडु के तत्कालीन मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को एक पत्र लिखा था। पत्र दोनों को संबोधित था। इसमें बरामद माल से संबंधित खातों की प्रतियां भी संलग्न थी।
पत्र में दोषी लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई थी। बाद में वेद निलयम में शशिकला के कब्जे वाले कमरों में छापेमारी के दौरान 17 नवंबर, 2017 को तत्कालीन डीजीपी के हस्ताक्षर वाला एक नोट मिला। यह तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता को संबोधित था। इसमें आयकर विभाग के गोपनीय पत्र की प्रति संलग्न थी। उसे जब्त कर लिया गया है।