नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि देश की बैंकिंग प्रणाली में व्यवस्थागत विफलता रही है। इसलिए इस मसले पर आरोप-प्रत्यारोप से कोई फायदा नहीं है। उपराष्ट्रपति सार्वजनिक क्षेत्र के के बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए 11,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले पर सोमवार को यह कहा।
300 कर्मियों को “प्रधानमंत्री श्रम अवार्ड” प्रदान करने के बाद नायडू ने कहा, “कुछ विनियमन किया जाना जाहिए जो प्रभावी ढंग से काम करे। अगर व्यवस्थागत विफलता है तो हमें देखना होगा कि बैंकों में क्या हो सकता है। व्यवस्था में सुधार लाना होगा।”
उपराष्ट्रपति ने कहा, “व्यवस्थागत विफलता के कारणों का पता लगाने और उसे सुधारने की कोशिश करने से ही समाधान तलाशे जा सकते हैं। राजनीति तो ऐसे ही चलती रहेगी।” उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की आर्थिक आशा थी और इसकी तस्वीर आकर्षक व जटिल थी, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था में तेजी से विस्तार हो रहा है।