वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज जी-20 के तहत चार दिवसीय वाई-20 (युवा सम्मेलन) का सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में उद्घाटन किया। विदेशी युवा मेहमानों को धर्म नगरी काशी की संस्कृति और अध्यात्म से रूबरू कराने के लिए प्रसिद्ध गंगाघाटों का दो मिनट का वीडियो दिखाया गया।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेशी युवा प्रतिनिधिमंडल का स्वागत कर उम्मीद जताई कि वाई-20 समिट का आयोजन देश ही नहीं दुनिया भर के युवाओं के लिए एक नई प्रेरणा देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी भारत की अध्यात्म दर्शन, शिक्षा साहित्य की नगरी है। काशी कला संगीत शिक्षा की नगरी है। भगवान बुद्ध ने अपना पहला संदेश यहां सारनाथ में दिया था। मुख्यमंत्री ने धर्म नगरी काशी के अध्यात्म और देश के गौरवशाली इतिहास का जिक्र कर कहा कि भारत का इतिहास वीरों और पराक्रम से भरा है। खूब लडी मर्दानी कहलाने वाली लक्ष्मीबाई इसी काशी की थी। तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा, कहने वाले युवा सुभाष चंद बोस थे। भारत के चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राजगुरु, अशफाक उल्ला खां युवा थे। महाभारत काल में वीर अभिमन्यु भी युवा थे जिन्होने युद्ध में वीरता का परचम लहराया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने युवाओं की प्रतिभाओं को वैश्विक मंच दिया। स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया का मंत्र दिया। आजादी के अमृत काल में भारत जी-20 देशों की अगुआई कर रहा है। भारत ने पहले भी दुनिया का नेतृत्व किया। दुनियाभर के सामने वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपनी ऊर्जा का सकारात्मक प्रयोग विश्व मानवता के कल्याण के लिए करने का आह्वान कर कहा कि आज का युवा केवल युवा नहीं बल्कि आज का नेता है और कल का निर्माता है। उन्होंने कहा कि कौन सा ऐसा कालखंड है जब युवाओं ने अपनी प्रतिभा और ऊर्जा को एक नई दिशा न दी हो। हम युवा शक्ति की बात करते हैं तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम याद आते हैं।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को विश्व को नए नजरिए से देखने का संदेश देकर कहा कि हमारे युवा आने वाले समय के नीति नियंता हैं। वाई-20 सम्मेलन में जो भी चर्चा होगी वह दुनिया के सामने युवाओं को उनकी सकारात्मक ऊर्जा के साथ जोड़ते हुए उनके प्रतिभा का अवसर प्रदान करेगी।
इस मौके पर केन्द्रीयमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति भारत के पास है। यह युवा शक्ति ही हमारी राष्ट्र शक्ति है। केन्द्रीय मंत्री ने भरोसा जताया कि युवा शक्ति ही भारत को दुनिया के सबसे पहले तीन देशों में लाकर खड़ा कर देगी। चार दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न सत्रों में जलवायु परिवर्तन,कार्य का भविष्य: उद्योग 4.0, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल, शांति निर्माण और सुलह: युद्ध रहित युग की शुरुआत, जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम न्यूनीकरण: स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना और साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा और स्वास्थ्य, भलाई और खेल: युवाओं के लिए एजेंडा पर चर्चा होगी।
इसके पहले पूर्वाह्न में 20 देशों के 125 डेलीगेट्स कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वाहनों के काफिले में तारांकित होटल से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचें। उद्घाटन सत्र के बाद दूसरे सत्र में आईआईटी बॉम्बे के डॉ. कवि आर्य का ‘कार्य और नौकरी सृजन का भविष्य’ पर विशेष व्याख्यान होगा। इसके बाद उद्यमियों को सलाह और काम का भविष्य विषयक सत्र में विशेषज्ञ जानकारियां साझा करेंगे। पांचवें सत्र में आईआईटी (बीएचयू) की ओर से ‘स्कूल और कॉलेज पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर खास सत्र होगा, जिसमें बीएचयू के छात्र अपनी प्रतिभा से बनाए मॉडल और प्रयोग दिखाएंगे।
गौरतलब हो कि वाराणसी में आयोजित वाई-20 शिखर सम्मेलन पिछले कुछ महीनों के दौरान हुई चर्चाओं के निष्कर्षों से बनाई गई वाई-20 विज्ञप्ति पर बातचीत करने, अंतिम रूप देने और हस्ताक्षर करने के लिए जी-20 देशों के युवा विशेषज्ञों, निर्णय निर्माताओं और युवा प्रतिनिधियों को एक साथ लाएगा। यह वाई-20 विज्ञप्ति पांच पहचाने गए विषयों को कवर करते हुए भारत की आम दृष्टि के सार को प्रदर्शित करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि युवाओं की आवाज उन लोगों द्वारा सुनी जाए जो उच्चतम स्तर के नीतिगत निर्णय लेते हैं। निदेशक ( युवा मामले विभाग) पंकज कुमार सिंह ने बताया कि जी-20 शिखर सम्मेलन 17 से 20 अगस्त तक वाराणसी में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख विशेषज्ञ, निर्णय निर्माता, जी-20 देशों के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि नॉलेज पार्टनर (आईआईएम रायपुर), अकादमिक भागीदार (विश्वविद्यालय/संस्थान) एक साथ आएंगे।