चंडीगढ़। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में एक अजीब मामला उस वक्त सामने आया
जब एक वकील को लगा कि अदालत का मूड खराब है और यह भांपते हुए उसने मामले में स्थगन की मांग की
और न्यायाधीश ने वकील के इस अनुरोध को मान लिया। न्यायाधीश आर एन रैना ने वकील के एस सिद्धू के
अनुरोध को दर्ज भी किया है। इस माह की शुरूआत में मामला सुनवाई के लिए आया था। वकील ने देखा कि उसके
मामले से पहले के चार मामलों को अदालत ने खारिज कर दिया है जिसके बाद उन्होंने मामले के स्थगन का
अनुरोध किया। न्यायमूर्ति रैना ने चार फरवरी के अपने आदेश में कहा,‘‘चार जरूरी मामलों को एक के बाद एक
खारिज किए जाने के अदालत के फैसलों से वकील ने यह मान लिया कि अदालत का मूड खराब है और अनुरोध
किया कि किसी और दिन मामले की सुनवाई की जाए। मैं स्थगन की अनुमति देता हूं लेकिन यह कहने से नहीं
चूकूंगा कि वे मामले मंजूरी देने लायक नहीं थे।’’