नयी दिल्ली। लोकसभा में भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे ने मांग की कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। इसका विपक्षी सदस्यों ने विरोध किया। शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए दुबे ने कहा कि एनआरसी का मुद्दा पूरे देश के लिये महत्वपूर्ण है। 1905 में बंगाल के विभाजन से पहले बिहार भी बंगाल का ही हिस्सा था।
उन्होंने कहा कि पूर्वी बंगाल से पश्चिमी बंगाल में लगातार पलायन होता रहा। असम में गोपीनाथ बारदोलोई ने इस विषय पर आंदोलन भी चलाया था। असम में एक लाख एकड़ भूमि पर ऐसे लोगों को बसाया भी गया।
भाजपा सदस्य ने दावा किया कि जम्मू कश्मीर, पूर्वोत्तर समेत कई क्षेत्रों में जनगणना नहीं हुई। उन्होंने यह भी दावा किया कि एक खास समुदाय की जनसंख्या काफी बढ़ी है। इस बयान का विपक्षी सदस्यों ने जोरदार विरोध किया। दुबे ने मांग की कि असम की राष्ट्रीय नागरिक पंजी की तरह ही पूरे देश में एनआरसी लागू किया जाना चाहिए।