नई दिल्ली। रेलवे भर्ती बोर्ड ने 90 हजार पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। मंत्रालय ने फैसला लिया है कि इन पदों के लिए आवेदन करने वाले युवाओं से इस बार फीस वसूल की जाएगी। हालांकि इसमें किसी तरह की बढ़ोतरी से रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इन्कार किया है, लेकिन उनका कहना है कि इस बार रेलवे सामान्य श्रेणी के आवेदक से बतौर फीस 500 रुपये लेगा तो आरक्षित से 250 रुपये लिए जाएंगे।
गौरतलब है कि आरक्षित श्रेणी के लोगों को रेलवे में होने वाली भर्तियों के लिए कोई फीस नहीं अदा करनी पड़ती थी, जबकि सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों से केवल सौ रुपये लिए जाते थे। गोयल का कहना है कि फीस में कोई इजाफा नहीं किया जा रहा है। परीक्षा आयोजित करने में सरकार की भारी भरकम धनराशि खर्च होती है।
इस बार फैसला लिया गया है कि पैसे का नुकसान न हो इसके लिए सभी श्रेणियों के उम्मीदवारों से फीस वसूल की जाएगी। जो उम्मीदवार आरक्षित श्रेणी में परीक्षा में बैठेंगे उन्हें सारा पैसा और सामान्य श्रेणी के परीक्षार्थियों को चार सौ रुपये बाद में वापस किए जाएंगे। गोयल का कहना है कि ऐसा इस वजह से किया जा रहा है कि गंभीर आवेदक ही भर्ती में शामिल हों।
गौरतलब है कि रेलवे कई तकनीकी पदों पर भर्ती करने जा रहा है। इसके लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10 वीं के साथ आइटीआइ का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र है। बिहार व केरल में हुए विरोध के बाद सरकार ने फैसला लिया था कि कुछ श्रेणियों की अधिकतम आयु सीमा में बढ़ोतरी के साथ परीक्षा बंगाली, मलयालम समेत कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में संपन्न की जाएगी।