नई दिल्ली। कोच्चि के एर्नाकुलम स्टेशन से हावड़ा स्टेशन के बीच शुरू हुई अंत्योदय एक्सप्रेस देश की ऐसी पहली सुपरफास्ट ट्रेन है, जो पूरी तरह अनारक्षित श्रेणी की है। रफ्तार के मामले में यह राजधानी एक्सप्रेस को भी मात देते हुए 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है।
यह ट्रेन भारतीय रेलवे का नया चेहरा दिखा रही है। इसमें पीने के पानी के लिए आरओ लगा है और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा भी दी गई है। कोच में 100 यात्रियों के बैठने और 200 यात्रियों के खड़े होने की जगह है। हर कोच में 20 मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट हैं।
एलएचबी कोच वाली यह ट्रेन अगर दुर्घटनाग्रस्त होती है तो इसमें यात्रियों को कम क्षति पहुंचती है। जैसे-जैसे भारतीय रेलवे मॉडिफाइड होता जा रहा है, ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा भी बढ़ती जा रही है। इस ट्रेन में सामान रखने के लिए गद्दीदार रैक हैं, जिन्हें सीट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
पेयजल आपूर्ति, मॉड्यूलर शौचालय, शौचालय इस्तेमाल होने की जानकारी देने वाला डिस्प्ले, एलईडी लाइट इसकी वे खासियत हैं, जो इसे दूसरी ट्रेनों से अलग करती हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि यह ट्रेन भारतीय रेलवे का नया चेहरा पेश करती है। इसके अलावा मोबाइल चार्जिंग सुविधा, पानी के लिए आरओ, वाई-फाई की सुविधा से लेकर बेहतर खाने की व्यवस्था आम लोगों के लिए लग्जरी और आराम का पर्याय बन गए हैं।
ट्रेन में जो टॉयलेट है, वह उस तरह का बनाया गया है, जैसा राजधानी एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी के कोच में होता है। पिछले साल दिसंबर में इस ट्रेन के बारे में तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभू ने घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि यह पूरी तरह अनारक्षित, लंबी दूरी वाली सुपर फास्ट ट्रेन होंगी। इन्हें उन रूट पर चलाया जाएगा, जहां यात्रियों की संख्या अधिक है।