नई दिल्ली।केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर बरसी हैं। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी वायनाड में रहते हैं तो इसका वही हाल होगा, जो उत्तर प्रदेश के अमेठी का हुआ जब वह वहां के सांसद थे। स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी को यूपी से वायनाड भेजा और लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह वहां भी वहीं न करें जो उन्होंने अमेठी में किया। उन्होंने कहा कि अगर वह वायनाड में बने रहे तो जिले का वही हश्र होगा जो अमेठी का होगा। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘मैंने ही उन्हें (राहुल गांधी को) यूपी से वायनाड भेजा था। जब वे वहां के सांसद थे, तब 80% लोगों के पास बिजली नहीं थी, फायर स्टेशन नहीं था, मेडिकल कॉलेज नहीं था, केवी स्कूल नहीं था। उनके जाने के बाद ये सारी सुविधाएं संभव हो गईं। अगर वह यहां (वायनाड में) रहते हैं, तो इसका भी वही हश्र होगा जो अमेठी का होगा। इसलिए, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि वह वहां न रहे।
राहुल गांधी पर बरसी स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह (गांधी) वायनाड में रहते हैं तो इसका वही हाल होगा, जो उत्तर प्रदेश के अमेठी का हुआ, जब वह वहां से सांसद थे। आपराधिक मानहानि के मामले में गुजरात की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने और दो साल की सजा सुनाए जाने से पहले गांधी वायनाड लोकसभा क्षेत्र से सांसद थे। यहां भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), केरल द्वारा आयोजित राज्य-स्तरीय महिला श्रमिक सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें अमेठी से गांधी को ‘विदा’ करने का ‘सौभाग्य’ मिला।
अमेठी जैसा ही हाल वायनाड का भी कर डालेंगे राहुल गांधी
ईरानी ने कहा, ‘‘इसका कारण यह था कि जब वह अमेठी से सांसद थे, तब वहां 80 प्रतिशत लोगों के पास बिजली कनेक्शन नहीं था, जिलाधिकारी कार्यालय नहीं था, दमकल केंद्र नहीं था, कोई मेडिकल कॉलेज नहीं था, कोई केंद्रीय विद्यालय या सैनिक स्कूल नहीं था और जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर या एक्स-रे मशीन नहीं थी।’’ केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा, ‘‘उनके (गांधी) जाने के बाद वहां ये सारी सुविधाएं और बुनियादी ढांचा संभव हुआ। इसलिए, अगर वह वायनाड में रहते हैं, तो इसका भी वही हश्र होगा जो अमेठी का हुआ। इसलिए, आप (लोगों) को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह यहां नहीं रहें।’’ ईरानी ने कहा कि वह जहां भी रहती हैं, चाहे दिल्ली में हों या अमेठी में, उन्हें वायनाड की बहुत चिंता रहती है, इसलिए वहां की 250 आंगनवाड़ियों को सक्षम आंगनवाड़ियों में बदलने का फैसला किया है।