मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा के एक दिन बाद शरद पवार ने बुधवार को यहां पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के साथ ही रोजाना की तरह लोगों से मुलाकात की।
पवार (82) ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में यह कहकर सबको चौंका दिया था कि वह राकांपा अध्यक्ष पद छोड़ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे।
उनकी इस घोषणा से पार्टी नेता और कार्यकर्ता हैरान थे। इस मौके पर कुछ कार्यकर्ता तो रो पड़े और पवार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग करने लगे।
राकांपा के एक पदाधिकारी ने बुधवार को कहा कि शरद पवार यहां यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक सामान्य तौर पर पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों से मिल रहे हैं।
पवार के ऐलान से करीब दो सप्ताह पहले ही उनकी बेटी और पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने संकेत देते हुए कहा था कि आगामी 15 दिन में राजनीतिक क्षेत्र में दो ‘विस्फोट’ होंगे, एक दिल्ली में और दूसरा महाराष्ट्र में।
शरद पवार के पद छोड़ने की घोषणा के बाद राज्य में कुछ जगहों पर पार्टी की जिला इकाई के पदाधिकारियों ने कहा कि वे भी अपने पद छोड़ रहे हैं।
अजित पवार ने राकांपा पदाधिकारियों से उनके पद नहीं छोड़ने का आग्रह किया।