अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं में नकर रोकने के लिए राज्य सरकार ने कई कड़े कदम उठाए, लेकिन इसके बावजूद बड़ा घाटाला सामने आया है। पुलिस द्वारा अलीगढ़ के गांव तेवथू में मारे गए एक छापे में बोर्ड परीक्षा की कॉपियां लिखते 58 सॉल्वर गिरफ्तार किए गए हैं। यह सभी एक कॉलेज प्रबंधक और भाजपा नेता के घर कॉपियां लिख रहे थे।
सादे कपड़ों में बाइक से पहुंचे यूपी के अतरौली के एसडीएम व सीओ ने गांव तेवथू में कॉलेज प्रबंधक शिवकुमार शर्मा के घर में छापा मारा। यहां 58 सॉल्वरों को इंटरमीडिएट रसायन विज्ञान परीक्षा की कॉपियां लिखते पकड़ा। मुहर लगीं 100 से ज्यादा कॉपियां भी बरामद हुईं। पता चला कि परीक्षा के बाद तीन हजार रुपये में कॉपी बदली जाती थी। पकड़े गए सॉल्वरों को पुलिस बस से कोतवाली लेकर आई।
जानकारी मिलने पर एडीएम प्रशासन आरएन शर्मा व एसपी देहात डॉ. यशवीर सिंह पहुंच गए। पुलिस ने केंद्र व्यवस्थापक व प्रधानाचार्य को हिरासत में ले लिया है। डीआइओएस डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि 58 सॉल्वर व प्रबंधक के खिलाफ एफआइआर करा दी गई है। परीक्षा निरस्त कर कॉलेज को आजीवन डिबार करने की संस्तुति की गई है। केंद्र पर कॉपियों का मिलान किया गया तो सभी पूरी थीं। सॉल्व की जाने वाली कॉपियां पुरानी कॉपियों के पन्ने जोड़कर बनाई गई थीं।
बौहरे किशनलाल इंटर कॉलेज के प्रबंधक का मकान सड़क पर कॉलेज के सामने ही है। कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि खुद को भाजपा नेता बताने वाले प्रबंधक के घर में यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियां लिखी जा रही हैं। गुरुवार को दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की रसायन विज्ञान की परीक्षा थी। बाइक से एसडीएम शिव कुमार व सीओ सुरेश कुमार मलिक मकान पर पहुंचे। पुलिस को भी बुलाकर मकान को चारों ओर से घेर लिया।
पुलिस को देखते ही सॉल्वरों में भगदड़ मच गई। कुछ सॉल्वर पुलिसकर्मियों से भिड़े भी। कई सॉल्वर भागे तो कई को पुलिस ने राइफल तानकर रोक लिया। पुलिस ने मकान से 46 युवक, छह वृद्ध, तीन पेपर सॉल्व करने वाले, तीन किशोर व आठ युवतियों को पकड़ा। पुलिस ने युवतियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें छोड़ दिया। बाकी लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही थी।
दारोगा ने दी बेटे की जगह परीक्षा
उत्तर प्रदेश सरकार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की नकल रहित परीक्षाएं कराने के लिए अपनी पाठ थपथपा रही है, लेकिन शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के अलीगढ़ के गृह क्षेत्र में गुरुवार को इंटर रसायन विज्ञान के पेपर में सामूहिक नकल का यह नजारा देखने को मिला। जिन दारोगा को नकल रोकने में मुस्तैदी दिखानी चाहिए थी, वो बेटे को पास कराने के लिए खुद अतरौली के एक परीक्षा केंद्र के बाहर खेत में कॉपी लिखने बैठ गए। वर्दी में होने से दूसरे लोगों को भी नकल करने का मौका मिल गया।