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17 Nov नई दिल्ली। मूडीज द्वारा 13 साल बाद भारत की रेटिंग में किए गए सुधार को लेकर जहां बाजार में बहार है वहीं सरकार का चेहरा भी खिल गया है। इस रेटिंग को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह भारत द्वारा पिछले कुछ समय में अर्थव्यवस्था के सुधार के लिए उठाए गए कदमों का नतीजा है जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली है।
उन्होंने कहा कि पिछले 3-4 सालों में खासतौर पर अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाए गए फिर चाहे वो नोटबंदी हो, जीएसटी हो या फिर दूसरे कदम। हम मूडीज के इस कदम का स्वागत करते हैं। हमारा मानना है कि यह पिछले कुछ सालों में देश में उठाए गए कदमों को देरी से मिली मान्यता है। इन कदमों ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है।
जेटली आगे बोले कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना हमारे लिए उत्साहवर्धक है और यह हमें उसी रास्ते पर चलते रहने के लिए प्रेरित करता है। जिन लोगों को देश में आर्थिक सुधार के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भरोसा नहीं था वो अब खुद अपनी स्थिति पर गंभीर रूप से मंथन करें।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी सर्विस मूडीज ने भारत में आर्थिक सुधारों पर मुहर लगाते हुए 14 साल बाद भारत की सॉवरेन रेटिंग बढ़ाई है। मूडीज ने भारत सरकार के बॉन्ड की रेटिंग BAA3 से बढ़ाकर BAA2 कर दी है। देश में हो रहे लगातार आर्थिक सुधार के चलते यह रेटिंग बढ़ाई गई है। BAA3 यह सबसे कम निवेश वाली स्थिति को दर्शाता है। इस रेटिंग में बदलाव यानि मूडीज के अनुसार भारत में निवेश का माहौल सुधरा है। इसलिए रेटिंग को BAA3 से बढ़ाकर BAA2 कर दिया है।
मूडीज का कहना है कि आर्थिक सुधारों से तेज ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा। वित्त वर्ष 2018 में जीडीपी ग्रोथ 6.7 फीसदी और वित्त वर्ष 2019 में 7.5 फीसदी रहने की संभावना है। वित्त वर्ष 2020 के बाद ग्रोथ की रफ्तार में तेज बढ़त संभव है।