सुबोध कुमार
अयोध्या। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1 करोड़ रुपए
दान देने का ऐलान किया है। सरकार के 100 दिन पूरे होने पर उद्धव परिवार के साथ शनिवार को अयोध्या
पहुंचे। रामलला के दर्शन से पहले उन्होंने कहा कि हम सभी रामभक्त मिलकर मंदिर बनाएंगे। मुख्यमंत्री योगी से
मेरी अपील है कि महाराष्ट्र से आने वाले भक्तों के लिए यहां भवन निर्माण करने जमीन दी जाए। उद्धव ठाकरे ने
28 नवंबर को महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। मुख्यमंत्री
बनने के बाद यह उनका पहला अयोध्या दौरा है। हालांकि, वे लोकसभा चुनाव से पहले और उसके बाद भी रामलला
के दर्शन करने आए थे।
मुख्यमंत्री ठाकरे विशेष विमान से परिवार के साथ लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आए
थे। यहां से वे सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचे। उनका सरयू आरती में शामिल होने और जनसभा का करने भी
कार्यक्रम था, लेकिन कोरोनावायरस को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवायजरी के बाद भीड़ जुटने वाले कार्यक्रमों
को रद्द कर दिया गया है।
वहीं, उद्धव के दौरे को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। राम जन्मभूमि के आस-पास की सुरक्षा बढ़ा दी
गई। उद्धव का विरोध करने वाले संत, महंत और हिंदू महासभा के जिलाध्यक्ष समेत 5 लोगों को नजरबंद किया
गया है। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास, हिंदू महासभा के महंत परशुराम दास भी नजरबंद हैं। दरअसल, हिंदू
महासभा के कार्यकर्ताओं ने साधु-संतों के साथ उद्धव का विरोध करने की बात कही थी।
अब तक दो बार अयोध्या आ चुके हैं उद्धव
इससे पहले 2018 में लोकसभा चुनाव से पहले और फिर उसके बाद जून 2019 में उद्धव पार्टी के सांसदों के
साथ अयोध्या गए थे। उस दौरान वे महाराष्ट्र के शिवनेरी किले की मिट्टी भी अपने साथ ले गए थे। शिवनेरी
छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्मस्थान है। अयोध्या में मंदिर-मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के
बाद उद्धव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वहां (अयोध्या) ऐसी शक्ति है, जिसे मैंने महसूस किया है। इसलिए,
अब मैं बार-बार वहां जरूर जाऊंगा।