आजमगढ़ । बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को चेताया कि अगर हिंदू धर्म के ठेकेदारों ने दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के प्रति अपना नजरिया नहीं बदला तो वह अपना धर्म बदल लेंगी। उन्होंने कहा कि वह अपने लाखों अनुयायियों के साथ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तरह बौद्ध धर्म अपना लेंगी।
उन्होंने अपनी पार्टी को सावधान किया कि भाजपा अगला चुनाव हिंदुत्व के मुद्दे पर लड़ना चाहती है, लेकिन अयोध्या में राम मंदिर के बन जाने से आम जनता या गरीबों का भला नहीं होने वाला। मंच पर अपने भाई आनंद कुमार और भतीजे आकाश की मौजूदगी में मायावती रानी की सराय में रैली को संबोधित कर रही थीं। उनके निशाने पर सिर्फ भाजपा और केंद्र व उत्तर प्रदेश की सरकारें रहीं।
मुलायम सिंह के संसदीय क्षेत्र में डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक रैली को संबोधित करने के बावजूद उन्होंने सपा का जिक्र तक नहीं किया और कांग्रेस को भी पूरी तरह बख्शे रखा। जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर आयोजित इस रैली को बसपा के शहरी निकाय चुनाव अभियान की मुनादी माना जा रहा है।
भाजपा पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश में चल रही पूंजीवादी व जातिवादी सरकार दलितों-पिछड़ों पर कहर ढा रही है। सोची-समझी साजिश के तहत भाजपा ने सहारनपुर के शब्बीरपुर में दलितों के बीच संघर्ष कराया और मेरी हत्या की साजिश की, ताकि मेरे साथ बसपा का सफाया हो जाए लेकिन भाजपा कामयाब नहीं हो पाई।
2019 में भाजपा को रोकना होगा –
भाजपा को पूंजीवादी पार्टी करार देते हुए बसपा नेता ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में इसे केंद्र की सत्ता में आने से रोकना होगा। उन्होंने ईवीएम में भी गड़बड़ी का आरोप लगाया और कहा कि यह रैली निकाय चुनाव की दशा व दिशा तय करेगी।