कन्नूर/तिरुवनंतपुरम। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एम.वी. जयराजन
ने कहा कि बुरका या हिजाब पहनी महिलाओं को मतदान केंद्र में चेहरा खुला रखना चाहिये। उनके इस
बयान से केरल में विवाद शुरू हो गया और कांग्रेस ने इस बारे में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस ने
शनिवार को कहा कि यह मांग अनुचित है। कन्नूर जिले में माकपा के सचिव जयराजन ने कन्नूर
संसदीय क्षेत्र के पीलाथरा में चुनाव प्रचार करते हुए शुक्रवार को यह टिप्पणी की। यहां 23 अप्रैल को
मतदान हो चुका है लेकिन फर्जी मतदान के आरोपों के कारण रविवार को एक मतदान केंद्र पर फिर से
मतदान होने वाले हैं।
जयराजन ने कहा कि जो कोई भी मतदान करने आये उसे कतार में खड़ा होने से पहले चेहरा खुला
रखना होगा। उन्होंने कहा, ’’यह सीसीटीवी कैमरा और वेब कैमरा को मतदाता की तस्वीर लेने के लिये
जरूरी है।’’ विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इस टिप्पणी की निंदा की और कहा कि कोई भी किसी व्यक्ति के
अधिकारों में कोई दखल नहीं दे सकता है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीतला ने कहा, ‘‘वाम नेताओं द्वारा की गयी टिप्पणियों की आलोचना
होनी चाहिये। यह हर किसी की स्वतंत्रता है कि वह अपनी पसंद की पोशाक पहने। माकपा नेताओं ने
मानसिक संतुलन खो दिया है क्योंकि उन्हें चुनाव में हार सामने दिखायी दे रही है।’’ केरल विधानसभा में
विपक्ष के नेता चेन्नीतला ने कहा कि जयराजन को अपना बयान वापस लेना चाहिये तथा राज्य के लोगों
से माफी मांगनी चाहिये।
केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि इस टिप्पणी को तार्किक नहीं
बताया जा सकता है। इस बीच, राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टीका राम मीणा ने संवाददाताओं से
कहा कि जिन मतदाताओं ने चेहरा ढंका हुआ होगा उन्हें संबंधित अधिकारी के समक्ष चेहरा खोलना होगा।