मनोज स्वर्णकार
वाराणसी। काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ और आदि शक्ति के मिलन का महापर्व महाशिवरात्रि
पर गुरूवार को बाबा के दर पर सुरक्षा के अभेद्य किलेबन्दी के बीच आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। मंगला आरती के
पहले ही दरबार में जाने के लिए अटूट कतार लगी रही। मंदिर परिसर और गर्भगृह के बाहर बाबा के प्रति अनुराग
की अखंड जलधार, बेलपत्र, मदार की माला, धतुरा, दुग्ध ज्योर्तिलिंग पर बहती रही। इस दौरान पूरा मंदिर परिक्षेत्र
हर-हर महादेव, हर-हर-बम-बम के गगनभेदी उद्घोष से गुंजायमान रहा। यही हाल जिले और शहर के प्रमुख
शिवमंदिरों से लेकर छोटे बड़े शिवालयों में रहा। मंदिर परिक्षेत्र में कंकर कंकर शंकर का नजारा रहा। इसके पूर्व एक
शताब्दी बाद श्रवण-धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शिव और सिद्धि योग के दुर्लभ संयोग के बीच बाबा दरबार में हाजिरी
लगा पुण्य बटोरने के लिए बुधवार शाम से ही शिवभक्त कतार बद्ध होते चले गये। जैसे-जैसे रात चढ़ती गयी
कतार का दायरा भी बढ़ता गया। मंगला आरती के बाद सुबह तक बाबा दरबार में जाने के लिए एक से डेढ़ किमी
लाइन लग गयी। एक कतार गंगा तट से तो दूसरी कतार बुलानाला और तीसरी मजदा सिनेमा के पास पहुंच गयी।
तीन से चार घंटे से अधिक समय तक लाइन में खड़ा होने के बावजूद शिवभक्तों के चेहरे पर थकान नहीं दिखी।
थकान मिटाने में हर-हर महादेव का गगनभेदी उद्घोष रामबाण साबित हो रहा था। बाबा दरबार में पहुंचने के बाद
तो भक्तों का उत्साह देखते बन रहा था। इस दौरान किसी ने किसी ने दूध से तो किसी ने गंगा जल से तो किसी
ने इत्र से तो किसी ने भस्म से बाबा को नहवाया। दरबार में जाने के लिए चार मार्ग बनाए गए हैं। रेड कार्पेट पर
चलकर शिवभक्त बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंच रहे थे। मंदिर प्रशासन ने इस बार बाबा के विग्रह के स्पर्श पर
रोक लगा रखी हैं। शिवभक्त गर्भगृह के बाहर से ही बाबा विश्वनाथ का झांकी दर्शन कर रहे हैं। महाशिवरात्रि पर
बाबा विश्वनाथ के दरबार को आकर्षण ढंग से सजाया गया है। मंदिर की सजावट में गेंदा के पीले फूलों के साथ ही
सफेद बेला और अन्य कई अन्य फूलों और अशोक की पत्तियों से मंदिर की सजावट की गई है। पर्व पर
काशीवासियों का उत्साह देखते ही बन रहा है। इस बार भक्तों को बाबा दर्शन के साथ बन रहे भव्य विश्वनाथ धाम
का भी अवलोकन का भी अवसर मिल रहा था। काशी के हर शिवालय में उमड़ी भीड़ महाशिवरात्रि पर श्री काशी
विश्वनाथ मंदिर के अलावा शहर और आस-पास के सभी शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। केदारेश्वर,
महामृत्युंजय, कृतिविशेश्वर, बैजनत्था, शूलटंकेश्वर, मार्कण्डेय महादेव, रामेश्वर, ऋणमुक्तेश्वर महादेव समेत छोटे
शिवालयों में भी भारी भीड़ उमड़ी। इसके अलावा बीएचयू स्थित नये काशी विश्वनाथ मंदिर में भी हजारों भक्तों ने
मत्था टेका। यहां कुलपति प्रो.राकेश भटनागर ने भी रूद्राभिषेक किया। चप्पे-चप्पे पर थी पुलिस की निगाह
महाशिवरात्रि पर्व पर जिला और पुलिस प्रशासन भी खासा चौकस है। आईजी जोन विजय सिंह मीना,एसएसपी
अमित पाठक,एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी,दशाश्वमेध सीओ अवधेश पांडेय और अन्य अफसर काफी देर तक
व्यवस्था पर नजर रखने के लिए गश्त करते रहे। मंदिर परिसर की निगरानी ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से होती
रही। इसके अलावा मंदिर परिक्षेत्र में लगाये गए वॉच टॉवर पर पूरा दिन पुलिस के जवान दूरबीन और हाईटेक
वेपेन्स के साथ मुस्तैद रहे। वहीं मंदिर से जुड़ने वाली हर सड़क पर आरएएफ, पीएसी के जवान तैनात है। शहर में
पुलिस और पीएसी के लगातार मूवमेंट ने कहीं भी अव्यवस्था नहीं होने दी। ट्रैफिक डायवर्जन को भी कड़ाई से लागू
कराया गया है।