मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि हिंसा प्रभावित मणिपुर में फंसे राज्य के छात्रों को वापस लाने के लिए विशेष विमान की व्यवस्था की जाएगी।
शिंदे ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि उनकी सरकार हिंसा प्रभावित मणिपुर के हालात पर लगातार नजर रख रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के 22 छात्र मणिपुर में हैं। मैंने उनमें से दो-विकास शर्मा और तुषार अव्हाण से बातचीत की है, और उन्हें घर वापस लाने के लिए विशेष विमान की व्यवस्था करने का भरोसा दिलाया है। मैंने उनसे किसी भी चीज से भयभीत नहीं होने को कहा है। उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए राज्य हर संभव तैयारी कर रहा है।’’
बयान में कहा गया है कि दोनों छात्र मणिपुर में प्रौद्योगिकी संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सभी जरूरी व्यवस्था करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्य सचिव मनोज सौनिक और राज्य के अन्य अधिकारियों से भी बतचीत की है। हम हालात पर करीब से नजर रख रहे हैं।’’
गौरतलब है कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में ‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर’ (एटीएसयूएम) की ओर से बुधवार को आयोजित ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान चुराचांदपुर जिले के तोरबंग क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी, जो धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैल गई थी।
हिंसा की घटनाओं में कम से कम 54 लोगों की मात हुई है और 13,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
हालांकि, हिंसा प्रभावित हिस्सों में रविवार सुबह कर्फ्यू में कुछ घंटों की ढील दिए जाने के साथ ही आम जनजीवन पटरी पर लौटता दिखाई दिया। वहीं, सेना के ड्रोन और हेलीकॉप्टर हवा में गश्त लगाकर क्षेत्र पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।