नई दिल्ली, 12 जून। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को महात्मा गांधी को चतुर बानिया कहना भारी पड़ गया है। विपक्ष ने उनके इस बयान की कड़ी आलोचना की। महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी ने शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर राष्ट्रपिता जिंदा होते तो भाजपा अध्यक्ष के इस बयान पर हंस देते। उन्होंने कहा कि गांधी अपने कार्टूनों पर हंसा करते थे। उन्होंने कहा कि चतुर बानिया टिप्पणी और इसके पीछे छिपी गलत मंशा को लेकर भी उन्हें हंसी आ गई होती। वहीं इंडिया आफ्टर गांधी के लेखक और इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कहा कि शाह की टिप्पणी देश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा का अध्यक्ष होने के नाते अशिष्ट और बेकार है। भाजपा अध्यक्ष ने रायपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए महात्मा गांधी को एक चतुर बनिया कहा था। शाह के इस बयान के बाद राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसका विरोध किया। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि महात्मा गांधी को चतुर बनिया कहना राष्ट्रपिता का अपमान है तथा वणिक समुदाय का भी अपमान है।