इम्फाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह जिरीबाम-कछार अंतरराज्यीय सीमा की सुरक्षा स्थिति पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के साथ चर्चा करने के लिए गुवाहाटी में हैं। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
मणिपुर के जिरीबाम जिले में जून के पहले सप्ताह के दौरान जातीय हिंसा की घटनाएं हुई थीं, जिसके बाद राज्य के कई लोगों ने दक्षिणी असम के कछार जिले में शरण ली।
अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह अंतरराज्यीय सीमा की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ मंत्री एल सुसिंद्रो सिंह के साथ शनिवार शाम गुवाहाटी के लिए रवाना हुए थे।
उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान दोनों मुख्यमंत्री अंतरराज्यीय सीमा पर सक्रिय उग्रवादियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सुरक्षाबलों के बीच समन्वय स्थापित करने पर चर्चा करेंगे।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सिंह रविवार को ही मणिपुर लौट सकते हैं।
असम के मुख्यमंत्री ने शनिवार को कछार प्रशासन से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि पड़ोसी राज्य मणिपुर में हुई हिंसा का प्रसार उनके राज्य में न हो। साथ ही शरणार्थियों को सभी राहत-सामाग्री उपलब्ध कराई जाए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि असम-मणिपुर अंतरराज्यीय सीमा की कड़ी चौकसी की जा रही है। साथ ही, गश्त बढ़ा दी गई है।
मणिपुर में पिछले साल मई से जारी जातीय हिंसा से जिरीबाम अबतक अप्रभावित रहा था। इस इलाके में भी मेइती, मुस्लिम, नगा, कुकी और गैर-मणिपुरी लोग रहते हैं।
इम्फाल घाटी में रहने वाले मेइती और पर्वतीय इलाकों में रहने वाले कुकी समुदाय के बीच पिछले साल मई से जारी जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।