पणजी। दक्षिण पश्चिम रेलवे मार्ग पर यातायात शनिवार को लगातार दूसरे दिन प्रभावित
रहा। एक अधिकारी ने बताया कि कल, शुक्रवार को गोवा-कर्नाटक सीमा पर भूस्खलन की दो घटनाओं के अलावा
खंड पर एक ट्रेन पटरी से उतर गई थी।
भूस्खलन शुक्रवार की सुबह दक्षिण पश्चिम रेलवे के हुब्बल्ली के घाट खंड पर दूधसागर और सनोलिम के बीच और
कारंजोल और दूधसागर के बीच हुए थे।
दक्षिण पश्चिम रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंगलुरु जंक्शन और मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज
टर्मिनस (सीएसएमटी) के बीच चल रही ट्रेन शुक्रवार सुबह गोवा में दूधसागर-सनोलिम खंड पर पटरी से उतर गई
थी। इस ट्रेन का मार्ग महाराष्ट्र में रत्नागिरि के पास वशिष्टी नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण कोंकण रेल मार्ग
से परिवर्तित कर दिया गया था।
उन्होंने बताया, 'इंजन और पहला डिब्बा पटरी से उतर गया था। लेकिन किसी भी यात्री के घायल होने की खबर
नहीं है।' साथ ही बताया कि इस घटना के चलते, मार्ग पर ट्रेन यातायात फिर से शुरू नहीं हो पाया है।
दक्षिण पश्चिम रेलवे ने एक बयान में बताया कि दूसरी ट्रेन, हजरत-निजामुद्दीन वास्को डिगामा जो गोवा में वास्को
नगर की तरफ जा रही थी, वह कारंजोल और दूधसागर के बीच पटरी से उतर गई।
दक्षिण पश्चिम रेलवे ने कहा कि उसने बारिश का मौसम शुरू होने से पहले ही कई एहतियाती उपाय कर लिए थे।
भारी वर्षा के दौरान घाट खंड में किसी भी आपात स्थिति के लिए उपयुक्त स्टेशनों पर ये उपाय किए गए।
उन्होंने कहा कि रेल सेवाओं की जल्द से जल्द बहाली के लिए जेसीबी और अन्य मशीनों को कैसल रॉक, तिनईघाट
और कुलेम में तैयार रखा गया और उन्हें भू्स्खलन वाले स्थान पर प्रशिक्षित तकनीशियनों के साथ भेजा गया है
वास्को रेलवे पुलिस निरीक्षक राजन निगाले ने बताया कि भले ही मलबा साफ कर लिया गया है लेकिन दक्षिण
पश्चिमी रेलवे खंड पर तीन निर्धारित रेलगाड़ियों को आज के लिए रद्द या उनका मार्ग परिवर्तित कर दिया गया
है।