पुणे (महाराष्ट्र)। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने मंगलवार को कहा कि भारत और अफ्रीका आतंकवाद तथा हिंसक चरमपंथ जैसे साझा खतरों का सामना करते हैं और एक जैसा अनुभव उन्हें उभरती सुरक्षा चुनौतियों से बेहतर तरीके से निपटने के लिए तैयार करने में मदद कर सकता है। सेना प्रमुखों के एक सम्मेलन में जनरल पांडे ने कहा कि ‘एएफआईएनडीईएक्स’ सैन्य अभ्यास के मौजूदा सत्र में 25 साझेदार राष्ट्र भाग ले रहे हैं और यह अभ्यास बुधवार को समाप्त होगा। इस सम्मेलन में 10 सेना प्रमुखों समेत अफ्रीकी देशों के 31 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हमारा सामूहिक अनुभव उभरते सुरक्षा खतरों के लिए हमें बेहतर तरीके से तैयार करने में मदद कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि अफ्रीकी सेनाओं को मुश्किल तथा चुनौतीपूर्ण माहौल में काम करने का अनुभव है और वे अपने तौर-तरीकों, तकनीक तथा प्रक्रियाओं के बारे में अहम जानकारियां दे सकते हैं। जनरल पांडे ने कहा, ‘‘हम आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के खतरों का सामना करते हैं जो हमारे विकासात्मक लक्ष्यों पर प्रतिकूल असर डाल सकते हैं।’’