बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना जारी है। रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिल गया है। पार्टी 137 सीटों पर आगे है। वहीं, बीजेपी 64 सीटों पर आगे है। कर्नाटक में बड़ी जीत की ओर बढ़ रही कांग्रेस के नेता पार्टी के प्रदर्शन से खुश हैं। अब तक ये साफ हो गया है दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले इस राज्य में कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनाने जा रही है।
नतीजों को भाजपा ने भी स्वीकार कर लिया है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य में भाजपा के चुनावी अभियान का नेतृत्व करने वाले बीएस येदियुरप्पा ने कहा “बीजेपी के लिए जीत और हार कोई नई बात नहीं है। पार्टी कार्यकर्ताओं को इन नतीजों से घबराने की जरूरत नहीं है। हम पार्टी की हार के बारे में आत्मनिरीक्षण करेंगे। मैं इस फैसले को सम्मानपूर्वक स्वीकार करता हूं।”
बता दें कि कांग्रेस ने बेंगलुरु के 5 स्टार हिल्टन होटल में 50 कमरे बुक किए हैं। जीते हुए विधायकों को रात 8 बजे तक होटल में पहुंचने के लिए कहा गया है। कल कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। इस बीच अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया आना भी जारी है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री और भाजपा कार्यकर्ताओं की तमाम कोशिशों के बावजूद हम अपनी छाप छोड़ने में विफल रहे। एक बार पूरे नतीजे आने के बाद हम विस्तृत समीक्षा करेंगे। हम इस नतीजे से सीखकर लोकसभा चुनाव में वापसी करेंगे।’
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बहुमत मिलने का दावा करते हुए कहा, “कांग्रेस के पास बहुमत है। हम बड़ी जीत की ओर आगे बढ़ रहे हैं। 40% कमिशन सरकार वाला नारा हमारी ओर से दिया गया था और पब्लिक ने स्वीकार किया। भ्रष्टाचार का मुद्दा हमारी तरफ से उठाया गया था बीजेपी को हराने के लिए। जनता ने स्वीकार किया और कांग्रेस को बहुमत दिया।”
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने कहा है कि कर्नाटक के हित के लिए उनके पिता को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। हालांकि कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया जा रहा है।