समस्तीपुर। बिहार में शराबबंदी के बावजूद कई बार शराब तस्करी की खबरें सामने आती हैं। ऐसे ही शराब तस्करों और पुलिस के बीच समस्तीपुर में मुठभेड़ हुई है जिसमें एक हवलदार की मौत हो गई है वहीं थानाध्यक्ष घायल हैं।
जानकारी के अनुसार यह मुठभेड़ समस्तीपुर के हलई ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत इंद्रवारा केवल स्थान के समीप हुई है। इस दौरान पुलिस और अपराधियों के बीच काफी देर तक मुठभेड़ चली। दोनों ओर से लगभग 50 राउंड से अधिक फायरिंग हुई।
इस घटना में थानाध्यक्ष घायल हो गए हैं। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही एसपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उनके आने से पहले शराब तस्कर फरार हो चुके थे। उनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
अपराधियों की गोली से बीएमपी हवलदार अनिल कुमार की मौत हो गई। जबकि, सरायरंजन थाना प्रभारी मनोज कुमार के हाथ में गोली लगने से गंभीर रुप से जख्मी हो गए। जिनका शहर के प्राइवेट अस्पताल में सर्जन डॉ. आरआर झा द्वारा चिकित्सा किया जा रहा है। घटना के उपरांत पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की।
इतना ही नहीं कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस और तस्करों के बीच करीब 50 राउंड फायरिंग की सूचना है।
बताते चलें कि बिहार में शराबबंदी के बाद से इसकी तस्करी बड़े पैमाने पर की जा रही है। सूबे के सीमावर्ती इलाकों से शराब की सप्लाई की जाती है। इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर उत्पाद विभाग की टीम ने एक करोड़ रुपये मूल्य की शराब जब्त की थी। यहां से दो शराब तस्करों विकास सिंह और वागेश्व को गिरफ्तार किया गया था।दोनों शराब के थोक सप्लायर थे।
एक शख्त तो रहता दिल्ली में था, लेकिन यहां से बिहार के मिथिलांचल में शराब की खेप भेजकर धंधा करता था। आरोपी गोविंग ठाकुर को गुप्त सूचना के आधार पर दरभंगा पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस को गोविंद की महीनों से तलाश थी। उसकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे बहादुरपुर के देकुली गांव स्थित उसके ससुराल से गिरफ्तार किया गया।