चंडीगढ़। पंजाब आम आदमी पार्टी (आप)की यूथ विंग के अध्यक्ष मीत हेयर ने कहा है कि
अमरिंदर सरकार निजी बिजली कंपनियों के साथ हुए महंगे और एकतरफा बिजली खरीद समझौते (पीपीएज) रद्द
नहीं करती तब तक लोगों को महंगी बिजली से राहत नहीं मिल सकती।
श्री हेयर ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि राज्य सरकार की लोक विरोधी नीतियां और खोटी नीयत के
कारण पावरकॉम 31000 करोड़ रुपए के भारी कर्ज तले दब चुकी है, वहीं पंजाब के लोगों को सबसे महंगी बिजली
मिल रही है।
यदि 2017 में सत्ता संभालते ही कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार अपना चुनावी वायदा निभा कर निजी थर्मल प्लांटों
के साथ बादलों द्वारा किए घातक समझौते रद्द कर देती तो आज पावरकॉम वित्तीय संकट का शिकार न होती और
पंजाब के लोगों को भी महंगे बिजली बिलों से राहत मिली होती।
कैप्टन सिंह न सिर्फ बिजली समझौते रद्द करने बल्कि बिजली के संदर्भ में वाइट पेपर सार्वजनिक नहीं कर सके।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार ने सत्ता संभालते ही तोड़ दिया और दिल्ली की
जनता को सबसे सस्ती और सबसे अधिक मात्रा में मुफ्त बिजली मुहैया की गई।
उन्होंने ऐलान किया कि 2022 में ‘आप’ की सरकार बनने पर प्राईवेट बिजली कंपनियों के साथ किए समझौते तुरंत
रद्द करने के साथ-साथ पंजाब के लोगों व खजाने की लूट पक्के तौर पर बंद कर दी जाएगी।