पटना। प्रदेश में बालू पर सियासत जारी है। इसे लेकर राजद ने गुरुवार को बिहार बंद बुलाया है। इस बंद में शरद यादव की पार्टी भी शामिल है।
सुबह से इसे लेकर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं, पूरे राज्य में प्रदेश की एनडीए सरकार के विरोध में नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन जारी है।
राजद कार्यकर्ता सुबह से ही प्राइवेट और सरकारी बसों को नहीं चलने दे रहे हैं। पटना सहित सभी जिला एवं प्रखंड मुख्यालयों की सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं, अॉटो रिक्शा वालों ने बंद में साथ नहीं दिया है। वहीं सिख श्रद्धालुओं के आवागमन समेत जरूरी सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है।
बंद से पहले राजद ने निकाला मशाल जुलूस-
राजद ने बिहार बंद को लेकर कल शाम में भी राजधानी समेत सभी जिलों एवं प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकाला। पटना में यह जुलूस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे के नेतृत्व में वीरचंद पटेल पथ स्थित राजद कार्यालय से आयकर गोलंबर होते हुए पटना जंक्शन तक पहुंचा। फिर वहां से वापस राजद कार्यालय आया। इसमें पूर्वे समेत पार्टी के कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल थे।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने दावा किया है कि बंद स्वत: स्फूर्त एवं शांतिपूर्ण होगा। सुबह से ही राजद के बंद का असर दिखने लगेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की गलत नीतियों के चलते निर्माण क्षेत्र पर गंभीर संकट है। लाखों लोग बेरोजगार हैं और सरकार की नींद खुल नहीं रही। लड़ाई को पहले आम लोगों तक और बाद में दिल्ली तक ले जाएंगे।
जरूरी सेवाएं बंद से मुक्त रहेंगी-
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रकाश पर्व को देखते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से पटना सिटी एवं पुराने बाइपास को अनिसाबाद से लेकर दीदारगंज तक बंद से मुक्त रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि बंद के दौरान राजद कार्यकर्ता बाहर से आने वाले सिख श्रद्धालुओं का विशेष ख्याल रखेंगे। उनके लिए जगह-जगह चाय-नाश्ते का भी इंतजाम रहेगा। मरीज, एंबुलेंस, ट्रेन एवं स्कूली बसों समेत सभी जरूरी सेवाओं को बंद से मुक्त रखा जाएगा।
स्कूल-कालेजों की परीक्षाओं पर भी बंद का असर नहीं पड़ेगा। पटना महानगर के राजद की बैठक में तय किया गया कि बाहर से आने वाले सिख श्रद्धालुओं को राजद कार्यकर्ता गुलाब का फूल देकर स्वागत करेंगे।