श्रीनगर। जिहाद और इस्लाम के नाम पर जम्मू-कश्मीर में मासूमों का खून बहाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और उसके इशारे पर नाचने वाले आतंकी सरगना जिन आतंकियों को सीमा पार कश्मीर भेजते हैं, उन्हें विरोध करने पर खुद ही मरवा भी देते हैं, ताकि वह उनके नापाक मिशन में रोड़ा न बन सके।
वह तब तक उन्हें जिंदा रखते हैं, जब तक वह उनके काम के हैं। यह रहस्योद्घाटन कश्मीर में लगभग चार साल तक सक्रिय रहे लश्कर कमांडर अबु दुजाना की जाकिर मूसा के साथ हुई बातचीत की एक रिकॉर्डिंग के वायरल होने से हुई है।
दुजाना-मूसा की फोन रिकॉर्डिंग हुई वायरल-
पाकिस्तान निवासी दुजाना इसी साल पहली अगस्त को काकपोरा (पुलवामा) में एक स्थानीय साथी आरिफ ललहारी संग मारा गया था। हिज्ब से अलग होकर कश्मीर में अलकायदा के संगठन असार उल गजवा ए हिद की कमान संभालने वाले आतंकी जाकिर मूसा की दुजाना के साथ बातचीत का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि अबु दुजाना ने मरने से कुछ समय पहले लश्कर से नाता तोड़ मूसा के संगठन का दामन थाम लिया था। दुजाना व मूसा के बीच बातचीत को अंसार गजवा उल हिद के दो मीडिया संगठनों में से एक अल सिंध ने टेलीग्राम मैसेजिसंग ऐप पर जारी किया है।
इस ऑडियो संदेश को जारी करते हुए संगठन ने लिखा है, “यूनाइटेड जिहाद काउंसिल और पाकिस्तानी एजेंसियों की हकीकत।” इस बातचीत में मूसा से दुजाना कहता सुनाई दे रहा है कि वह लोग कह रहे हैं कि मैं एक ऑडियो संदेश जारी कर लोगों को बताऊं कि तुम (मूसा) कश्मीर में फितना (असमंजस, विवाद) खड़ा कर रहे हो और मैं तुम्हारे साथ नहीं हूं।
वह तुम पर काकपोरा में गत दिनों मारे गए अब्बास (आतंकी) की मुखबिरी का भी आरोप लगाने को कह रहे हैं। दोस्त, मुझे समझ नहीं आ रहा है कि यह क्या चल रहा है? मूसा और दुजाना की बातचीत का ऑडियो जारी करने वाले संगठन की मानें तो यह बातचीत अंसार गजवा उल हिद के गठन से करीब एक माह पहले हुई थी।
काम निकलने पर आंतकियों को मरवा देती है आईएसआई –
दुजाना की बात सुनकर जाकिर मूसा कहता है, “मैं तुम्हें बताता हूं, बीते रोज रेहान, तनवीर व अब्दुल्ला से मेरी बात हुई। वे बता रहे थे कि पार वाले (एलओसी पार बैठे लोग) तुम्हारे (दुजाना) सही ठिकाने के बारे में पूछ रहे थे। ऐसा कई बार हो चुका है जब हमारे किसी मुजाहिद भाई ने अपनी सही जगह बताई और वह मारा गया। तनवीर ने मुझे बताया कि उन्होंने तुम्हारे (दुजाना) साथ भी ऐसा ही करना है।
मूसा इस बातचीत में दुजाना को किसी पर भी भरोसा न करने की ताकीद करता है। मूसा की बात सुनने पर दुजाना कह रहा है कि मैंने सरहद पार लोगों को बता दिया कि मैं अब लश्कर, हिज्ब या जैश या ऐसे किसी अन्य संगठन के साथ नहीं हूं। उन्होंने मुझे बहुत कुछ कहा, लेकिन तुम घबराओ मत, मैं तुम्हारे (मूसा) साथ हूं।
इस बातचीत में दुजाना ने कश्मीर में सक्रिय आतंकियों को पाकिस्तान में बैठे लोगों द्वारा मरवाए जाने की बात कही, वहीं मूसा ने कहा कि वो तुम्हारे ठिकाने के बारे में भी पूछते हैं, लेकिन मैं उन्हें सही पता नहीं देता हूं। जब किसी ने उन्हें अपना ठिकाना बताया वह जल्द ही अल्लाह को प्यारा हो गया। इसलिए होशियार रहो, क्योंकि तुम्हारे खिलाफ बहुत कुछ हो रहा है।
मूसा भी दुजाना की बात सुनकर उसे पाकिस्तान व अन्य आतंकी संगठनों से दूर रहने की सलाह देता है।