कोलकाता। पश्चिम बंगाल के चुनावी समर में उतरी राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को
लुभाने के लिए हर तरीके अपना रही हैं। दीवार लेखन, पोस्टर, रोड शो, जनसभाओं के अलावा रोचक गीतों के
जरिये भी मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिशें की जा रही हैं। सभी प्रमुख पार्टियों ने चुनाव के लिए गीत
रिलीज किए हैं। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से जाने माने गायक कबीर सुमन ने 'बंगाल अपनी बेटी को ही
चाहता है' की थीम पर गीत तैयार किया है जो तृणमूल कांग्रेस के प्रचार अभियान का हिस्सा बन रहा है। दूसरी
तरफ माकपा-कांग्रेस गठबंधन ने टुंपा सोना… गीत तैयार किया है जो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। बंगाल
की सत्ता हासिल करने के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रही भाजपा भला कैसे पीछे रहती। पार्टी ने नया थीम सांग
तैयार किया है जिसमें बंगाल के दिन बदलने के दावे किए गए हैं। वहीं, ममता बनर्जी के समर्थन में कबीर
सुमन ने गाया है कि बंगाल को चाहिए बंगाल की बेटी। उन्हीं की सरकार रहनी चाहिए। इसी से मुकाबला करने
के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल के दिन बदलने के गीत गाए हैं। प्रधानमंत्री के ब्रिगेड परेड सम्मेलन में
यह गीत बजाया जाएगा। इस गीत के विडियो में कुछ सेकंड के लिए ममता बनर्जी को भी दिखाया गया है
जिसमें भाजपा ने उन पर तीखा प्रहार किया है। भाजपा के गीत में कहा गया है कि झूठी बातें लोग बार-बार
नहीं भूलते। इससे बंगाल की सभ्यता और संस्कृति के साथ ममता शासन की तुलना की गई है और उसे हिंसा
से ग्रसित बताया गया है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि संगीत के जरिए भाजपा साबित करने की
कोशिश कर रही है कि बंगाल की सभ्यता और संस्कृति को ममता शासन में कलुषित किया गया है। इसके
अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं को ममता बनर्जी और उनकी पार्टी
द्वारा बाहरी करार दिए जाने के मुद्दे को भी भाजपा ने अपने गाने में शामिल किया है। इसके पहले ममता पर
हमला करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तानाशाही के खिलाफ तैयार इटालियन गीत "बेला चाओ" की
पैरोडी पर संगीत तैयार किया था। इसके अलावा बंगाल के गौरव, विकास जैसे सत्तारूढ़ पार्टी के शब्दों का
इस्तेमाल कर ममता पर इस गीत में तीखा प्रहार किया गया है। साथ ही बंगाल में क्रांति और बदलाव का
आह्वान भी किया गया है। इस गीत के बोल हैं तुम्हारी बातें हमारी बातें चलो मिलकर क्रांति करते हैं। इसमें
बंगाल में उद्योग लगाने और वास्तविक विकास का आह्वान किया गया है। गीत के बोल सोनार बांग्ला बनाने
पर केंद्रित है। सामरिक तौर पर जिन मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस से लड़ाई है उन्हें इस संगीत में शामिल किया
गया है।