वाराणसी। रेल यात्रियों को अब जनरल टिकट लेने के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। इसके लिए रेलवे ने नए साफ्टवेयर हॉट-की पर काम शुरू किया है। इससे अब जनरल टिकट काउंटरों पर फटाफट टिकट मिलना शुरू भी हो गया है।
काउंटर पर लगे कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर अपलोड होने के बाद ऑपरेटर मात्र पांच मिनट में यात्रियों को टिकट जारी कर दे रहे हैं। इस सेवा के शुरू करने का उद्देश्य बेवजह काउंटर पर यात्रियों को लंबी लाइन में लगने से मुक्ति दिलाना है।
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ नीरज शर्मा ने बताया कि उत्तर रेलवे के लगभग सभी स्टेशनों के काउंटरों को हाट-की से जोड़ा जा रहा है। इसका सबसे बड़ा लाभ है कम समय में अधिक टिकट बनाना। इससे काउंटरों पर लंबी लाइन से निजात मिली है। महज कुछ मिनट में लोगों को टिकट मिल जा रहा है।
कोड लिखने से मिली मुक्ति
हॉट-की सर्विस को कैंट स्टेशन सहित लगभग अन्य सभी स्टेशनों पर लगाया जा रहा है। इससे टिकट प्रिंट करने में यूटीएस बुकिंग क्लर्क को दो से तीन मिनट से ज्यादा समय नहीं लग रहा है। रेल मंत्रालय की पहल पर इस सॉफ्टवेयर को सभी कंप्यूटर में अपलोड कर दिया गया है।
इससे पहले टिकट जारी करते समय बुकिंग क्लर्क को संबंधित स्टेशन का कोड की बोर्ड पर लिखना पड़ता था। जैसे वाराणसी से लखनऊ के टिकट के लिए बीएसबी और एलकेओ कोड डालने पर ही टिकट जारी होता था। इस प्रणाली के चलते बुकिंग क्लर्क को टिकट जारी करने में समय लगता था और यात्रियों को देर तक लाइन में खड़ा होना पड़ता था, लेकिन अब हालत बदल चुकी है।
अब सिर्फ एक अक्षर अब वाराणसी के लिए सिर्फ वी और लखनऊ के लिए सिर्फ एल दबाते ही कंप्यूटर पर इस अक्षर के सारे स्टेशनों के नाम प्रदर्शित हो जा रहे हैं। बस, उन्हें क्लिक करते ही टिकट प्रिंट हो जा रहा है। इससे अब कैंट स्टेशन से ट्रेन छूटने के महज कुछ ही देर पहले टिकट काउंटर पर पहुंचे यात्रियों को भी फटाफट टिकट मिलने लगा है।
मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक विनोद यादव ने बताया कि हॉट-की यूटीएस काउंटर के लिए वरदान साबित हो रहा है। इसके जरिए यूटीएस काउंटर पर मिनटों में कई टिकट प्रिंट हो जा रहे हैं। इससे यात्रियों को देर तक लाइन न लगानी पड़ रही है।