भोपाल। मध्यप्रदेश में डॉक्टरों की हड़ताल के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं अति आवश्यक सेवाओं के अंतर्गत हैं और इनमें अवरोध नहीं आए।
श्री चौहान कल देर रात मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से सभी जिलों के कलेक्टर्स और कमिश्नर्स को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सुदाम खाड़े और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
इस दौरान श्री चौहान ने कहा कि आकस्मिक एवं गंभीर सेवाओं का संचालन सुचारु रूप से हो। इसमें कोई कसर नहीं छोड़ें। हड़ताल पर जाना अनैतिक है और कार्रवाई का प्रावधान है। मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्थाएं बनाएं, पीजी चिकित्सकों की सेवाएं लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्य्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं चलें। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाएं। कलेक्टर्स, कमिश्नर और मेडिकल कॉलेज के डीन इलाज सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं बनाएं। गंभीर मरीजों के इलाज में व्यावधान न हो। चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था बनाएं। निजी नर्सिंग होम में भी सतत संवाद रहे। पर्याप्त मात्रा में एंबुलेंस की व्यवस्था सतत रहनी चाहिए। आयुष्मान योजना में प्राइवेट अस्पताल में इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंसान की जिंदगी से खिलवाड़ न हो। हर जगह व्यवस्था कर लें। मरीजों को चिन्हित कर शिफ्ट करने की कार्यवाही हो। स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित न हों। मरीजों को इमरजेंसी में कोई परेशानी न हो।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों से पहले से बातचीत हो जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने कहा कि स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों से संवाद कर लें।