नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक वीडियो एजेंसी को दिए साक्षात्कार में राम मंदिर पर कानूनी प्रक्रिया के बाद अध्यादेश लाने वाले बयान को उनकी अपनी पार्टी और संघ परिवार के साथ धोखा बताया है। पार्टी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जाने के बाद अध्यादेश लाने का कोई औचित्य ही नहीं रह जाता। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राम मंदिर पर कांग्रेस में भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी की तरह कोई असमंजस नहीं है और न ही पार्टी इसको लेकर कोई टालमटोल करती है। पार्टी का मानना है कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला अंतिम होगा। उसके बाद किसी प्रकार के अध्यादेश को कोई जरूरत नहीं रह जाती है। फैसले के बाद अध्यादेश की बात कर प्रधानमंत्री ने अपनी पार्टी और संघ की मांग को अस्वीकार किया है। राफेल मुद्दे पर स्वयं पर कोई सीधा आरोप नहीं होने के प्रधानमंत्री के बयान पर सुरजेवाला ने कहा कि उनका यह बयान पूरी तरह से गलत है। राफेल में घोटाला हुआ है और उसके लिए प्रधानमंत्री सीधे तौर पर दोषी हैं। उनके कहने पर ही अनिल अंबानी की कंपनी को ऑफसैट पार्टनर के तौर पर ठेका मिला है। इसी को लेकर कांग्रेस जेपीसी की मांग कर रही है, जिससे प्रधानमंत्री डरे हुए हैं। इसके अलावा कांग्रेस मुक्त भारत के विषय पर सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री को उनकी पार्टी की तीन प्रदेशों में मिली हार के बाद कांग्रेस का महत्व समझ में आया है। सर्जिकल स्ट्राइक के विषय पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सेना के शौर्य की कांग्रेस पार्टी प्रशंसा करती है लेकिन प्रधानमंत्री ने केवल उनके कार्यकाल की बात कर सेना के आजादी के बाद के शौर्य और सर्जिकल स्ट्राइट को नकार देना ठीक नहीं है। वह इसको लेकर राजनीति कर रहे हैं। डोकलाम मुद्दे पर कांग्रेस ने कहा कि सरकार और चीन के बीच क्या गुप्त समझौता हुआ है यह कोई नहीं जानता। उत्तर और दक्षिण डोकलाम पर चीन का कब्जा हो गया है। चीन ने भारतीय सेना के पड़ाव के 100 फीट दूर सेन्य दल बल तैयार कर लिया है। चिकन नेक तक चीन की सड़क पहुंच गई है। विपक्ष के गठबंधन को जनता बनाम गठबंधन बताने पर सुरजेवाला ने कहा कि उनकी सरकार ठगों का बंधन है, जिसके 99 दिन बचे हैं। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह राफेल पर जल्दी-जल्दी जांच करा लें नहीं तो कई राज खुल जाएंगे।