भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार के कथित घोटालों को लेकर एक पंपलेट जारी करते हुए आरोप लगाया कि प्रचार, भ्रष्टाचार अैर अत्याचार प्रदेश की पहचान बन गए हैं।
श्री कमलनाथ ने यहां स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि सरकार की नीति और नीयत ठगने वाली है। सरकार ने महाकाल से लेकर गौमाता तक किसी किसी को नहीं छोड़ा। ये प्रदेश पर सबसे बड़ा कलंक है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की इसी छवि के कारण प्रदेश में निवेश नहीं आ रहा।
इस अवसर पर कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष श्री कमलनाथ ने एक पंपलेट का भी विमोचन किया। पार्टी का कहना है कि प्रदेश सरकार के कथित घोटालों की जानकारी देने के लिए वो ये पंपलेट घर-घर बंटवाएगी।
स्वयं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर श्री कमलनाथ ने कहा कि वल्लभ भवन (भोपाल स्थित मंत्रालय) में कैमरे लगे हैं। अगर किसी को भी उन पर (श्री कमलनाथ पर) शक है, तो उन कैमरों की रिकॉर्डिंग के माध्यम से जांच कराई जा सकती है।
इस अवसर पर श्री कमलनाथ ने ये भी दावा किया कि अगले चार महीनों में सरकार से जुड़े और भी घोटाले सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि कई लोग घोटालों के बारे में बोलना चाहते हैं और अब 50 फीसदी कमीशन का मामला सामने आने के बाद घोटालों के बारे में जानकारी देने के लिए लोगों की हिम्मत बढ़ने लगी है।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में भाजपा शासन के कथित घोटालों की जांच से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कमलनाथ अब 2018 का मॉडल नहीं है, 2023 का है।