पुलिस को मिली दो महिला भिखारी, पूछताछ में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

asiakhabar.com | November 22, 2017 | 5:52 pm IST

हैदराबाद। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप के हैदराबाद दौरे के बीच पुलिस व प्रशासन लगातार पॉश इलाकों से भिखारियों को हटाकर पुनर्वास केंद्रों में भेज रहा है। इस दौरान ही दो ऐसी महिलाओं को पुलिस भिखारी समझकर पुनर्वास केंद्र ले आई जो पढ़ी-लिखी होने के साथ ही संपन्न परिवारों से आती हैं।

इसका खुलासा तब हुआ जब उन दोनों महिलाओं के मुंह से पुलिस अधिकारियों ने फर्राटेदार अंग्रेजी सुनी। इस बारे में जेल अधीक्षक के अर्जुन राव ने बताया कि हैदराबाद के लंगर हॉज दरगाह इलाके से 11 नवंबर को कुल 133 महिला भिखारियों को चेरालापल्ली जेल के आनंद आश्रम लाया गया था जबकि पुरुष भिखारियों को चंचलगुडा जेल पहुंचाया गया है।

जब इन सभी के बैकग्राउंड जानने की कोशिश की गई तो उन दोनों महिलाओं ने फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना शुरू कर दिया। इसे देख-सुनकर सभी हैरान रह गए। जब उनके बारे में जानकारी निकाली गई तब पता चला कि दोनों काफी पढ़ी-लिखी हैं और संपन्न परिवारों से ताल्लुक रखती हैं। इनमें से एक का नाम फरजाना (50 वर्ष) है जबकि दूसरी महिला राबिया बसीरा हैं।

लंदन में कर चुकीं हैं अकाउंटेंट का काम –

बिजनेस स्टडीज में पोस्ट ग्रेजुएट व लंदन में बतौर अकाउंटेंट काम कर चुकी फरजाना का बेटा अमेरिका में आर्किटेक्ट है। फरजाना का दावा है कि वो कुछ साल पहले भारत आई है। उसका हैदराबाद के पॉश इलाके आनंदबाग में अपार्टमेंट है और पति की मौत के बाद बीते कुछ वर्षों से वो मानसिक रूप से बीमार है। एक बाबा के कहने पर वह दरगाह में भीख मांग रही थी। पुलिस ने उसके बेटे से संपर्क किया तो वह अपनी मां की खोज में भारत आया हुआ था। पुलिस ने एफिडेविट भरवाकर महिला को उसके बेटे को सौंप दिया है।

ग्रीन कार्ड होल्डर निकली दूसरी महिला –

वहीं, डिफेंस कॉलोनी की रहने वाली दूसरी महिला राबिया बसीरा जेल लाए जाने पर जेल अधिकारियों से ही लड़ पड़ी थी। राबिया का दावा है कि वह ग्रीन कार्ड होल्डर है और हैदराबाद में उसकी बड़ी जमीन-जायदाद है। उसके भाइयों ने उसे जमीन से बेदखल कर दिया और भाइयों से संपत्ति के लिए कानूनी लड़ाई लड़ते हुए अपना मानसिक संतुलन खो बैठी। वो भी दरगाह के बाहर मन की शांति के लिए भीख मांग रही थी। उसे भी उसके परिवार वालों से संपर्क कर पुलिस ने वापस भेज दिया है।


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