बालासोर। भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित एडवांस्ड एयर डिफेंस (एएडी) सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का गुरुवार को परीक्षण किया। अमेरिका, रूस, इसराइल के बाद भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश है। इस साल इस तरह की मिसाइल का यह तीसरा परीक्षण है। यह पाकिस्तान की हत्फ पांच गौरी मिसाइल को मार गिराने में पूरी तरह सक्षम है।
मिसाइल का ओडिशा के एक परीक्षण केंद्र से गुरुवार को परीक्षण किया गया। यह बेहद कम ऊंचाई से आने वाली किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल को बीच में ही मार गिराने में सक्षम है। परीक्षण के दौरान मिसाइल ने सामने से आ रही बैलिस्टिक मिसाइल को धरती के वातावरण के 30 किमी की ऊंचाई के दायरे में सफलतापूर्वक निशाना बनाकर नष्ट कर दिया।
परीक्षण के दौरान रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और अंतरिम परीक्षण परिषद (आईटीआर) से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों व वैज्ञानिकों का दल मौके पर मौजूद था। इससे पहले 11 फरवरी और एक मार्च 2017 को दो परीक्षण किए जा चुके हैं। ये बहुस्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं।
सूत्रों ने कहा कि आज का परीक्षण उड़ान के दौरान इंटरसेप्टर के विभिन्न मानकों के सत्यापन के लिए किया गया और सभी सफल रहे।
ऐसा हुआ परीक्षण
-चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र आईटीआर के प्रक्षेपण केंद्र तीन से टारगेट मिसाइल “पृथ्वी” दागी गई।
-ट्रैकिंग रडारों पर सिग्नल मिलने के बाद बंगाल की खाड़ी में अब्दुल कलाम द्वीप पर तैनात इंटरसेप्टर एएडी मिसाइल गर्जना करते हुए बीच हवा में दुश्मन मिसाइल को नष्ट करने के लिए आगे बढ़ी और सफलतापूर्वक निशाना लगाया।
यह है खास
-7.5 मीटर लंबी एकल चरण ठोस रॉकेट प्रणोदन निर्देशित यह मिसाइल हाईटेक कंप्यूटर और इलेक्ट्रो मैकेनिकल एक्टीवेटर वाली दिशा निर्देशन प्रणाली से लैस है।
-1.2 टन वजन तक विस्फोटक ढोने की क्षमता
-इस अत्याधुनिक मिसाइल का अपना खुद का मोबाइल लॉन्चर है।
-यह दुश्मन मिसाइल को निशाना बनाने के लिए सुरक्षित डेटा लिंक, आधुनिक रडार और अन्य तकनीकी एवं प्रौद्योगिकी विशिष्टताओं से युक्त है।