नई दिल्ली:मॉडर्न पाइथियन गेम्स के संस्थापक बिजेंद्र गोयल ने बताया की आज पाइथियन काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय कार्यकारी बोर्ड के पदाधिकारी भारत की पाइथियन खेलों की पहली एजीएम में भाग लेंगे।
बिजेंद्र गोयल ने बताया कि पाइथियन काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय कार्यकारी बोर्ड में अधिकतर आईएस/आईपीएस अधिकारी हैं व कॉउंसिल को सभी तरफों से समर्थन प्राप्त है । उन्होंने कहा कि भारत में पायथियन गेम्स के पहले गेम्स करानेे के लिए बड़ा कदम उठाया है। ये ग्रीस में डेल्फी इकोनॉमिक फोरम में आधुनिक पायथियन गेम्स की अवधारणा को दुनिया के सामने पेश करने और बाद में अंतर्राष्ट्रीय पायथियन की स्थापना के बाद 2023 में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पाइथियन खेलों के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए गोयल ने जोर देकर कहा कि भारत इन खेलों के लिए वैश्विक ट्रेडमार्क अधिकार रखता है। खेलों में ओलंपिक की तरह, पाइथियन गेम्स पारंपरिक खेलों और कलात्मक गतिविधियों के मिश्रण का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत का एक समृद्ध इतिहास है जिसमें विभिन्न कलाएं, संस्कृतियां, पारंपरिक खेल और मार्शल आर्ट शामिल हैं, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत के अभिन्न अंग हैं। पाइथियन काउंसिल ऑफ इंडिया का उद्देश्य संगीत, नृत्य, कविता, पेंटिंग, लेखन, रंगमंच, पाक कला और डिजिटल कला जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना है और देश भर के गांवों और तालुकों में अभी भी खेले जाने वाले खेलों को उजागर करना है।