नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के जरिए अगले पांच सालों में करीब सौ अति प्रदूषित शहरों में पचास फीसद वायु प्रदूषण कम कर दिया जाएगा। अति प्रदूषित शहर वह हैं जहां पर वायु की गुणवत्ता “राष्ट्रीय व्यापक वायु गुणवत्ता मानक” से भी खराब स्तर की होती है।
हर्षवर्धन ने मंगलवार को बताया कि पर्यावरण परिवर्तन के कारण मिल रही चुनौतियों के मद्देनजर मंत्रालय ने एक पहल की है। इसके तहत वर्ष 2021 से 2030 के बीच एक हजार करोड़ पौधारोपण करने की योजना है। उन्हें उम्मीद है कि तीन सालों के बाद वह इस योजना के जरिए इन शहरों में 35 फीसद वायु प्रदूषण कम करने में कामयाब होंगे। जबकि अगले पांच सालों में वायु प्रदूषण में पचास फीसद की कमी आ जाएगी।
इस कार्यक्रम में वायु प्रदूषण से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों पर शोध, वायु सूचना प्रणाली का गठन, निगरानी संस्थानों के पंजीकरण, वायु गुणवत्ता की भविष्यवाणी प्रणाली और जागरूकता अभियानों को भी शामिल किया जाएगा। इसमें विशेषज्ञता वाले तकनीकी संस्थानों की नेटवर्किंग भी शामिल है।