गांधीनगर। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस गेब्रेयसस ने परंपरागत औषधियों को
आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर बल देते हुए बुधवार को कहा कि परंपरागत औषधि आने वाले समय में ‘गेम चेंजर’
साबित होंगी। श्री टेड्रोस ने यहां आयोजित वैश्विक परंपरागत औषधि निवेश एवं नवाचार शिखर सम्मेलन 2022 के
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि परंपरागत औषधियां आने वाले समय में सर्वसुलभ और सतत होंगी।
उन्होंने कहा कि जामनगर में स्थापित किया जा रहा परंपरागत औषधि केंद्र इस संबंध में केंद्रीय भूमिका निभायेगा
और परंपरागत औषधि के क्षेत्र में भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा। महानिदेशक ने कोरोना महामारी का उल्लेख
करते हुए कहा कि दुनिया भर में परंपरागत औषधियों और चिकित्सा पद्धतियों का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने
परंपरागत औषधियों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आयुष में नये शोध होने
चाहिए तथा नवाचार पर जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परंपरागत औषधियों को प्रोत्साहन देने के लिए
इनमें दीर्घकालीन निवेश होना चाहिए और सरकारों को इनका समर्थन करना चाहिए। इसके अलावा निजी क्षेत्र का
सहयोग भी लिया जाना चाहिए।