पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश की पहली ससंद के सांसद एवं डुमरांव राज
के अंतिम महाराज कमल बहादुर सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की और कहा कि उनका अंतिम
संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। श्री नीतीश कुमार ने आज यहां अपने शोक संदेश में कहा कि
शिक्षा और सामाजिक विकास में स्व. कमल बहादुर सिहं का अहम योगदान रहा है। उनके निधन से एक स्वर्णिम
और गौरवशाली अतीत का अंत हो गया है। श्री सिंह ने शिक्षा एवं स्वास्थ के क्षेत्र में मुक्तहस्त से जमीन और
संसाधन दान दिए। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपरूणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा
कि श्री सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा। उन्होंने दिवगंत आत्मा की चिर शान्तितथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से
प्रार्थना की है। उल्लेखनीय है कि बक्सर जिले में डुमरांव राजघराने के अंतिम महाराज तथा भारतीय संसद के
स्वर्णिम काल (1952-1962) के सदस्य रहे महाराज कमल सिंह का आज सुबह उनके डुमरांव स्थित भोजपुर
कोठी में निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। महाराजा कमल सिंह के पुत्र युवराज चन्द्रविजय सिंह ने यहां इसकी
पुष्टि करते हुए बताया कि श्री सिंह करीब छह वर्षों से बीमार चल रहे थे और आज सुबह पांच बजकर दस मिनट
पर उनका निधन हो गया। श्री सिंह के परिवार में दो पुत्र युवराज चंद्रविजय सिंह एवं वधू कनिका सिंह तथा छोटे
युवराज मानविजय सिंह एवं पुत्रबधु अरूणिका सिंह समेत भारा-पूरा परिवार है।