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बेगूसराय। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय ग्रामीण मंत्री एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने की महत्वाकांक्षी यात्रा पर निकल पड़ा है।
नवीकरणीय ऊर्जा के लिए रोमांचक समय या गया है। जैविक सौर कोशिकाओं में सौर तकनीक में क्रांति लाने की क्षमता है। उन्होंने बुधवार को कहा है कि हल्के, लचीले और अनुकूलनीय रहने के कारण ये हमारी दुनिया को शक्ति प्रदान करने के तरीके को नया आकार दे सकते हैं। चुनौतियां बनी हुई हैं, लेकिन प्रगति जारी है। एक सतत भविष्य को अपनाना है। सौर ऊर्जा पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फोकस और दूरदर्शी कदम, हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत में सौर ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा देने की दिशा में अपने प्रयासों को निर्देशित कर रहे हैं। इस प्रयास के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है। क्योंकि यह ना केवल जलवायु परिवर्तन के गंभीर मुद्दे को संबोधित करता है। बल्कि आर्थिक विकास और ऊर्जा सुरक्षा को भी प्रोत्साहित करता है। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने की महत्वाकांक्षी यात्रा पर निकल पड़ा है।
2010 में लांच किए गए राष्ट्रीय सौर मिशन ने 2022 तक 20 गीगावॉट सौर क्षमता प्राप्त करने का प्रारंभिक लक्ष्य निर्धारित किया था। इस लक्ष्य को महत्वपूर्ण रूप से आगे बढ़ाया गया और 2024 की शुरुआत तक एक सौ गीगावॉट सौर क्षमता हासिल कर ली जाएगी। भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) एवं अन्य सरकारी निकाय सौर परियोजनाओं के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाकर और निवेश आकर्षित करके इस मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि सौर ऊर्जा पर जोर केवल पर्यावरणीय जिम्मेदारी के बारे में नहीं है। यह जीवाश्म ईंधन और विदेशी ऊर्जा स्रोतों पर भारत की निर्भरता को कम करने, देश के लिए ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने के बारे में भी है। अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) ने 2015 में मोदी और तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद द्वारा शुरू की गई एक पहल सौर ऊर्जा के प्रति भारत के समर्पण को रेखांकित करती है।
आईएसए 2030 तक सौर परियोजनाओं में एक ट्रिलियन डॉलर से अधिक का निवेश जुटाना चाहता है। प्रौद्योगिकी विकास और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में सहयोग करने के लिए सौर-समृद्ध देशों के लिए एक मंच तैयार करना चाहता है। नरेन्द्र मोदी का सौर ऊर्जा पर जोर भारत को सतत विकास में वैश्विक नेता बनाने की उनकी व्यापक दृष्टि के अनुरूप है। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देकर ना केवल ऊर्जा संबंधी चुनौतियों का समाधान कर रहे हैं।
हम स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार, रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। यह अन्य देशों के अनुसरण के लिए एक उदाहरण स्थापित करता है। अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करता है। सौर ऊर्जा को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अटूट प्रतिबद्धता एक स्वच्छ, हरित और अधिक समृद्ध भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि सौर पहल के माध्यम से स्थिरता, ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक विकास पर उनका जोर दूरदर्शी नेतृत्व को दर्शाता है जो वैश्विक समुदाय के लिए एक सकारात्मक मिसाल कायम करता है। सौर ऊर्जा से संचालित राष्ट्र की ओर यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल और अधिक टिकाऊ भविष्य का वादा करती है।