सतना। अध्यात्म परमात्मा से जुड़ने का माध्यम है लेकिन लोग परमात्मा से भी खुद की सुख-समृद्धि मांगते हैं। भारत में इसलिए बहुत अंधविश्वास फैला हुआ है।
आइये हम आपको ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताते हैं जिसके बारे में कुछ अजीब मान्यता जुडी है। लोग यहां मनोकामना लेकर जाते हैं। यह एक देवी मंदिर है।
मां शारदा का यह मंदिर मध्यप्रदेश के सतना जिले में मैहर नाम की जगह पर है। मैहर का अर्थ होता है, “माता का हार”। हर साल यहां बहुत अधिक संख्या में लोग दर्शन करने आते हैं।
इस मंदिर के बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं जिन्हें लोग सच मानते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में कोई भी रात को ठहर नहीं सकता क्योंकि उसकी मौत हो जाएगी।
इसके पीछे कारण बताया जाता है कि यहां दो अमर आत्माओं का वास है जो कि मां शारदा की अनन्य भक्त हैं।जनश्रुति है कि आल्हा और उधल नाम के दो लड़ाके थे जिन्होंने पृथ्वीराज चौहान से लड़ाई लड़ी थी।
वे मां शारदा के गहरे भक्त थे। कहा जाता है कि उन्होंने सबसे पहले पहाड़ी पर देवी मां के मंदिर की खोज की थी। आल्हा ने 12 साल तक तपस्या की जिससे प्रसन्न होकर देवी ने उन्हें अमरता का वरदान दिया था।