नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने नौकरशाही में फेरबदल करते हुए खुफिया विंग, आतंकवाद विरोधी एजेंसी, तीन प्रमुख केंद्रीय सशस्त्र बलों (सीएपीएफ) में एक दर्जन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों(आईपीएस) को विशेष निदेशक और विशेष महानिदेशक के पद पर पदोन्नत किया है। उनमें से 12 हार्ड कोर अधिकारियों को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) में निदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया है।
अन्य अधिकारियों को सीमा सुरक्षा बल, सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ), सेंट्रल इंडस्ट्रियल सेक्यूरिटी फोर्स और राष्ट्रीय जांच एजेंसी में विशेष महानिदेषक के पद पर पदोन्नत किया गया है। ये सभी अधिकारी 1989 और 1990 के बीच अलग-अलग कैडर के हैं।
गृह मंत्रालय से प्रस्ताव मिलने के बाद नियुक्ति कमिटी ने सोमवार को इन नियुक्तियों को मंजूरी दे दी। केंद्र सरकार की सबसे विश्वसनीय 1989 बैच के उत्तराखंड कैडर के आईपीएस अधिकारी सफी अहसन रिजवी और पांच अन्य अधिकारियों को आईबी में अतिरिक्त निदेशक से विशेष निदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया है। अन्य पांच में से 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी राहुल रस्तोगी और विवेक श्रीवास्तव और 1990 बैच के अधिकारियों में टीवी रविचंद्रन, राजीव रंजन वर्मा और हरिनाथ मिश्रा हैं।
उत्तर प्रदेश कैडर 1989 बैच के आईपीएस पीवी रामाशास्त्री, और उनके जूनियर ओडिशा कैडर के वाईबी खुरानिया को अतिरिक्त निदेशक से विशेष महानिदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया है। 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी और एसएस चतुर्वेदी की सीआरपीएफ में विशेष महानिदेशक के पद पर पदोन्नति हुई है।
अनुमोदित पदों की उपलब्धता न होने की वजह से एसीसी ने दो अधिकारियों को अस्थायी तौर पर अगले बड़े पद के बराबर पदोन्नति दे दी है। राजस्थान कैडर 1989 बैच की अधिकारी नीना सिंह और महाराष्ट्र कैडर 1990 बैच की एएम कुलकर्नी को दो अस्थाई पदो पर पदोन्नति दी गई है। नीना सिंह को दो साल के लिए सीआईएसएफ में विशेष महानिदेशक और कुलकर्नी को केंद्रीय जांच एजेंसी में विशेष महानिदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया है।