नई दिल्ली ” कोई भी व्यक्ति अपनी दृढ़ संकल्प शक्ति से अपने लक्ष्य को आसानी प्राप्त कर सकता है। आज जब कि विद्यार्थियों के पास सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध हैं। अच्छे से अच्छे कोचिंग सेंटर भी आज सहज सुलभ हैं। हमारे समय में न तो अपेक्षित पुस्तकें ही उपलब्ध थीं और न कोचिंग की व्यवस्था। फिर भी हमने उच्च शिक्षा प्राप्त की और हम कर्मचारी चयन आयोग और संघ लोक सेवा आयोग से चयनित होकर भारत सरकार की सेवा में आए और अपना वांछित लक्ष्य हासिल किया। ” उक्त विचार प्रख्यात साहित्यकार और आकाशवाणी से सेवा निवृत्त अधिकारी डॉ हरिसिंह पाल ने आईएएस गांव और आरजेएस पोजीटिव मीडिया के संयुक्त तत्वावधान में ‘ जीवन में उच्चतर शिक्षा और परीक्षा की भूमिका ‘ विषय पर आयोजित शैक्षणिक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। आरजेएस पोजीटिव मीडिया के संपादक श्री राजेन्द्र सिंह कुशवाहा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया और संचालन आईएएस गांव की समन्वयक सुश्री अंजलि बसेर ने किया। प्रबंध निदेशक एवं पूर्व आईआरएस अधिकारी श्री जितेन्द्र किशोर प्रसाद सिंह ने संस्थान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हम आईएएस गांव में परीक्षा की तैयारी तो कराते ही साथ ही प्रतियोगियों के व्यक्तित्व निर्माण में सहयोग करते हैं।
आरजेएस पोजीटिव मीडिया के संस्थापक श्री उदय कुमार मन्ना ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमने पूरे देश में सकारात्मकता का प्रचार प्रसार करते हुए अब 10 वर्ष पूरे कर लिए हैं और यह हमारा 277 वां कार्यक्रम है। भौतिक और आभासी माध्यम से हमने देश विदेश के बुद्धिजीवियों को सकारात्मकता के मिशन से जोड़ा है। इस अवसर पर राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर डॉ विजय कुमार वर्मा,दीदेवार अभियान से जुड़े सरदार सुरजीत सिंह दीदेवार, आईटीपीओ के पूर्व अधिकारी श्रीमती स्वीटी पाॅल, आरजेएस से जुड़े एडवोकेट श्री आर पी साहू, पत्रकार पीतम सिंह यादव, ब्रजकिशोर पाल, शिक्षिका श्रीमती ममता रानी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। प्रारंभ में आरजेएस की ओर से अतिथियों का अंगवस्त्र और बैज लगाकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के संयोजन में श्रीमती बिंदा मन्ना ने विशेष सहयोग दिया