
नई दिल्ली। इस अवसर पर उनके द्वारा एनसीसी में 35 वर्ष उत्कृष्ट सेवा देने के लिए एनसीसी डायरेक्टरेट की संस्तुति पर राष्ट्रपति महोदय के द्वारा लेफ्टिनेंट रैंक प्रदान करने के लिए उनका अभिनंदन भी किया गया।
लोकार्पण समारोह में मंच पर सुप्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवि और कवयित्री उपस्थित रहे। आयोजन की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध शायर देवेंद्र मांझी ने की। मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध कवयित्री डॉ० कीर्ति काले उपस्थित रहीं। सम्मानित अतिथि के रुप में प्रसिद्ध ओज कवि गजेंद्र सोलंकी रहे। मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध कवि ओंकार त्रिपाठी ने विमोचित पुस्तकों पर अपने उद्गार व्यक्त किए।
इस अवसर पर आचार्य अनमोल ने आमंत्रित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एक ही विषय पर पुस्तक लिखना किंचित कठिन कार्य रहा है, गुरुओं के आशीर्वाद से यह कार्य भी यथासंभव पूरा करने का प्रयास किया है। आशा है ये दोनों पुस्तकें विषय, भाव और छंद के आधार पर पाठकों को रुचिकर लगेंगी।
कार्यक्रम का संचालन प्रो० रवि शर्मा ‘मधुप’ ने बड़ी संयम शैली व कुशलता के साथ किया।
कार्यक्रम में सभी अतिथियों ने अपने मधुर कंठ से कविताओं की प्रस्तुति दी, जिससे पूरा सभागार तालियों से गूँजता रहा। कार्यक्रम के समापन पर महामंत्री प्रो० हरीश अरोड़ा एवं कोषाध्यक्ष राकेश शर्मा ने आचार्य मूल के व्यक्तित्व एवं कविताओं की पूरी-पूरी प्रशंसा की तथा सभी आगंतुक अतिथियों का धन्यवाद किया