नई दिल्ली। नए साल के आगाज से एक दिन पहले प्रदूषण स्तर गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। प्राधिकारियों ने लोगों को आगाह किया है कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण में इजाफे और पटाखे चलाने से स्थिति खराब सकती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के सोमवार के डेटा के मुताबिक शहर में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 417 दर्ज किया गया जबकि केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने सूचकांक 418 दर्ज किया। यह दोनों सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में आते हैं।
सीपीसीबी के आंकड़े के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी के 27 इलाकों में प्रदूषण स्तर गंभीर दर्ज किया गया जबकि सात जगहों पर हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रही। एनसीआर में गाजियाबाद, गुरूग्राम, और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रही जबकि फरीदाबाद में सूचकांक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। सीपीसीबी ने कहा है कि दिल्ली में अति सूक्ष्म कण पीएम 2.5 का स्तर 328 रहा जबकि पीएम 10 का स्तर 488 दर्ज किया गया। सफर ने कहा है कि पश्चिम से नम हवा के आने से इस क्रम में स्थिति और खराब हो सकती है और स्थानीय तौर पर खुले में आग जलाने, आतिशबाजी और जीवाश्म ईंधनों को जलाने आदि से हवा और जहरीली होगी । मौसम विभाग और सफर ने कहा कि हवाओं की रफ्तार धीमी रहने से वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने का अनुमान है। रात के समय हल्का कुहासा और धुंध छायी रह सकती है। बुधवार तक यही स्थिति रहने का अनुमान है।