जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र की मोदी सरकार पर महंगाई,
बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर से लोगों का ध्यान हटाने के लिए विभिन्न हरकतें करने का आरोप लगाते हुए
कहा है कि उनके दिल्ली में सक्रिय एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मूवमेंट में शामिल रहने पर इसका बदला उनके
भाई से क्यूं लिया जा रहा हैं। गहलोत ने आज दिल्ली से जयपुर पहुंचने पर हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत में
उनके भाई अग्रसेन गहलोत के सीबीआई छापा पड़ने के मामले में यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने तो 13 जून को प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक एवं अन्य से मिलने का समय मांगा,
पन्द्रह को मुकदमा दर्ज हो गया और सत्रह को रेड हो गई। यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि इससे पहले
सरकार के संकट के समय भी इनके यहां जोधपुर में ईडी की रेड हुई थी। उन्होंने कहा “40-45 साल से भाई अपना
काम करते हैं, मै अपना काम करता हैू, मैंने अपने आपको राजनीति में शामिल रखा, घर में कभी शादी ब्याह भी
हुआ तो वर्कर की तरह जाता हूं।
मैं अगर दिल्ली में एक्टिव हूं, राहुल के मूवमेंट में शामिल रहा तो इसका बदला भाई से क्यू लिया जाता हैं। जयपुर
में जब सरकार पर संकट आया तभी वहां ईडी के छापे पड़ते हैं, समझे के परे हैं। इस तरह के पहले ईडी एवं अब
पहुंच गई सीबीआई, यह सब समझ के परे हैं। जनता यह पसंद नहीं करती हैं और धीरे धीरे भाजपा एवं इस
सरकार को ही इसका नुकसान होने वाला हैं।” गहलोत ने कहा कि कोई राजनीति में हैं तो उसके परिवार के सदस्यों
का क्या कसूर हैं और उसके परिवार पर अटैक हो, उसे उचित नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने कहा कि आज वह जयपुर आये हैं और रविवार को फिर दिल्ली जायेंगे और सोमवार को फिर वहां भाग
लेंगे। एक सवाल के जवाब में कहा कि वह किसी से डरने वाले नहीं हैं, वह 50 साल से राजनीति में हैं, ये क्या
उन्हें डरायेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी के नाम की सरकारें आ गई और रगड़ाई नहीं हुई और लोग ऊपर से आ गये
और पद प्राप्त कर लिया। अगर अनुभव प्राप्त व्यक्ति होता है तो इस तरह की हरकतें नहीं होती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ईडी सहित तीनों एजेंसियों के हैड से मिलने का समय मांगेंगे और ये तीनों ही देश की
प्रतिष्ठित संस्थाएं हैं, उनसे वह मुख्यमंत्री के रुप में एवं देश के एक नागरिक के रुप में बताना चाहेंगे कि देश में
उनके बारे में क्या ओपिनियन बनी हुई हैं और क्यों बनी हुई हैं। उनको सुनने में क्या तकलीफ हैं। वे ब्यूरोक्रेट हैं
उन्हें सुनना चाहिए। उन्होंने कहा “मुझे टाइम देना चाहिए, टाइम नहीं देना उनके समझ में नहीं आ रहा है। वादा
करता हूं कि मैं परिवार एवं खुद के बारे में कोई बात नहीं करुंगा जो प्रक्रिया हैं उसी अनुरुप बात करने वाला हूं।”
उन्होंने कहा कि एक हद तक दबाव सहन करो, उसके बाद दबाव भी सहन नहीं करना चाहिए। ये तमाम बातें हैं
देश हित में नहीं है। लेकिन हम घबराने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह बार बार कह रहे हैं कि जब सोनिया
गांधी एवं राहुल गांधी एक रुपया भी अपने लिए नहीं ले सकते है तो मनी लांड्रिंग कैसे हो गया। पूरा देश देख रहा
है। उन्होंने कहा कि लोगों का मुद्दों पर से ध्यान हटाने के लिए राहुल गांधी पर मामला बना दिया, यह आठ साल
पुराना मामला है। उन्होंने कहा कि मंहगाई, बेरोजगार जैसे बड़े मुद्दों पर ध्यान हटाने के लिए यह सब किया जा
रहा है। आज गांव गांव में तनाव हैं, हिन्दू-मुस्लिम में दरार हो गई हैं, पता नहीं कब किसी पर अटैक हो जाये।
क्या यह देश हित में क्या हैं।
उन्होंने कहा कि प्रेम, भाईचारा, आपस में मोहब्बत होनी चाहिए, उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री को हाथ जोड़ते हैं
कि जो माहौल बन गया हैं उसके कारणों पर मत जाओं लेकिन उन्हें अपील करनी चाहिए कि शांति एवं भाईचारा
बना रहे और वह हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा देश सकते में हैं और घबराया हुआ है।
यह बात उन तक पहुंच नहीं रही हैं इसलिए वह बोल नहीं रहे हैं लेकिन एक दिन इस तरह की अपील करनी
पड़ेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना पर कहा कि यह देश के युवाओं के साथ खिलवाड़ हैं।
उन्होंने कहा कि पहले कोई सोच थी, कोई दिक्कत नहीं हैं जैसे इजरायल की तरह कोई सोच थी, इजरायल की तरह
कोई बात समझ में आई तो देशवासियों को विश्वास में तो लेना चाहिए, लाखों लोग नौकरी का इंतजार कर रहे थे
कि अग्निपथ योजना थोप दी गई। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना को लेकर देश के नौजवान आक्रोश में हैं।
उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वह आंदोलन करते समय किसी तरह की हिंसा नहीं करे। उन्होंने
कहा कि अपनी बात रखने के लिए आंदोलन करे उनका वेलकम हैं।