अगरतला। त्रिपुरा में रविवार को सुबह सात बजे से विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है। 11 बजे तक 23.25 फीसद मतदान हुआ है। 3,214 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जा रहे हैं।
त्रिपुरा विधानसभा की 60 में से 59 सीटों पर वोटिंग हो रही है। चरीलम विधानसभा सीट से माकपा के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देब बर्मा की पांच दिन पहले हुई मौत के कारण इस सीट पर चुनाव 12 मार्च को होगा।
पोलिंग बूथ पर सुबह से ही वोटरों की लंबी लाइन दिख रही है। शाम 4 बजे तक वोटर अपना वोट डाल सकते हैं।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने अगरतला के पोलिंग बूथ पर वोट डाला। वह धनपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा त्रिपुरा के अध्यक्ष बिप्लब कुमार देब ने उदयपुर में बूथ नंबर 31/34 में मतदान किया। मतदान करने के बाद उन्होंने कहा कि चुनाव के परिणाम ऐतिहासिक होंगे, हम निश्चित रूप से जीतेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह जी ने मुझे बुलाया और शुभकामनाएं दीं थी।
विधानसभा चुनाव में पहली बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्तारूढ़ वाम दल के सामने प्रमुख दावेदारी पेश कर रही है। वाम दल पिछले 25 सालों से राज्य में सत्ता पर काबिज है। राज्य में अनुसूचित जनजातियों के लिए 20 सीटें आरक्षित हैं।
60 से 59 सीटों पर होंगे चुनाव –
त्रिपुरा में रविवार को 60 में से 59 सीटों पर चुनाव होने हैं। सीपीएम प्रत्याशी रामेंद्र नारायण के निधन के कारण चारीलाम विधानसभा सीट पर अब 12 मार्च को मतदान होगा।
पहली बार भारतीय जनता पार्टी पिछले 25 सालों से यहां सत्तासीन लेफ्ट फ्रंट को सीधी टक्कर देगी। भाजपा ने इस बार त्रिपुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ चार चुनावी रैलियां करके चुनाव प्रचार को चरम पर पहुंचा दिया है। भाजपा के कई अन्य प्रमुख नेताओं ने भी राज्य के चुनाव प्रचार में जमकर हिस्सा लिया है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी और स्मृति ईरानी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चुनाव प्रचार का मोर्चा खोला था। माकपा के नेतृत्व वाली सरकार में लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री मानिक सरकार ने भी चुनाव प्रचार में अपना पूरा जोर लगा दिया। उन्होंने राज्य में करीब 50 रैलियां कीं।
अन्य वामपंथी नेताओं जैसे सीताराम येचुरी और बिंद्रा करात ने भी पार्टी के चुनाव प्रचार को अपना पूरा समर्थन दिया। हालांकि कांग्रेस का चुनाव प्रचार थोड़ा फीका रहा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राजधानी अगरतला से 180 किमी दूर अनाकोटी जिले के कैलाशहर में बस एक रैली को संबोधित किया था।
चारिलम में 12 मार्च को मतदान-
त्रिपुरा विधानसभा की कुल 60 सीटों में से 59 पर मतदान होना है। पांच दिन पहले माकपा प्रत्याशी रामेंद्र नारायण देब बर्मा के निधन के चलते अब चारिलम विधानसभा सीट पर चुनाव आगामी 12 मार्च को होगा। कुल 20 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित की गई हैं। इस बार कुल मिलाकर 307 उम्मीदवार अपने भाग्य को आजमाने जा रहे हैं। माकपा 57 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि वाम मोर्चा के अन्य घटक जैसे आरएसपी, फारवर्ड ब्लाक और भाकपा एक-एक सीट पर ही चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा 51 सीटों पर, शेष गठबंधन को-
भाजपा ने आदिवासी संगठन इंडीजीनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आइपीएफटी) के साथ गठबंधन बनाया। उसने अपने प्रत्याशी 51 सीटों पर उतारे हैं जबकि आइपीएफटी को बाकी बची नौ सीटें दी हैं। जबकि कांग्रेस त्रिपुरा में अकेले ही चुनाव मैदान में उतरी है। वह 59 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने गोमती जिले में काकराबोन विधानसभा क्षेत्र में कोई प्रत्याशी नहीं खड़ा किया है।
शाम चार बजे तक होगा मतदान-
चुनाव आयोग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रविवार को मतदान सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम चार बजे तक चलेगा। 3,214 मतदान स्थलों पर वोट डाले जाएंगे। त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीराम तारानीकांति ने कहा कि आयोग ने पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है। आइटीबीपी के के महानिदेशक आरके पचनंदा को सुरक्षा बलों से तालमेल के लिए विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। केंद्रीय सुरक्षा बलों की तीन सौ कंपनियां तैनात की गई हैं।