बिहार में लगातार महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। अभी मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम में लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और शेल्टर होम में एक महिला की रहस्यमय मौत से हड़कंप मच गया है। साथ ही दो महिलाएं शेल्टर होम ले लापता बताई जा रही हैं। ताजा मामला बिहार की राजधानी पटना के राजीव नगर का है जहा मानसिक रूप से अशक्त महिलाओं के लिए यहां स्थित एक आश्रय गृह की एक महिला की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, कल वहां से दो महिलाएं लापता हो गई थीं। ये खबर आते ही बिहार सरकार पर एक बार फिर से सवाल खड़ा हो गया। विपक्ष ने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
आरजेडी नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव ने इस मामले को लेकर सरकार को आड़े हाथ लिया है। तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट कर लिखा, “पटना के आसरा गृह कांड में पांच बड़े रंगीन अधिकारी संलिप्त है। नीतीश जी में नैतिक बल नहीं कि लड़कियों की इज्जत से खिलवाड़ करने वाले ऐसे नैतिक भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर सकें। अगर उन्होंने ऐसा किया तो ये अधिकारी इनका काला चिट्ठा खोल दुशासनी कुर्सी गंगा में फेंक देंगे।”
तेजस्वी यादव ने एक और ट्वीट में लिखा कि – मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह और पटना के आसरा गृह संचालकों और आरोपियों के तार आपस में जुड़े हुए है। इसमें CM के अनेक पसंदीदा अधिकारी और सफ़ेदपोश सम्मिलित है। यह सत्ता संपोषित संगठित सेक्स रैकेट है। नीतीश जी द्वारा इन NGOs को बिना जाँच-पड़ताल के सरकारी खजाने से करोड़ों लुटाया गया है।तेजस्वी ने आगे कहा कि “पटना के कुख्यात आसरा आश्रय गृह से दो और लड़कियां गायब। एक की मौत। सुरक्षा बंदोबस्त के बाद कैसे गायब हुई? प्रतीत होता है बेलगाम पुलिस और समाज कल्याण विभाग ने लड़कियों के शोषण और तस्करी का कॉन्ट्रैक्ट लिया हुआ है। चंद दिन पूर्व इसी आसरा गृह की दो युवतियों की संदिग्ध मौत हुई थी।”तेजस्वी यादव के इन गंभीर आरोपो के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई हैं। बिहार में सुशासन का दावा करने वाले नीतीश के राज में महिलाओं के खिलाफ हो रहे ऐसे अपराध उनके सुशासन के दावे की धज्जियां उड़ाती हैं।