बेलगावी। सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने कहा है कि डोकलाम में भारत और चीन के सैनिकों का दस्ता वहां मौजूद जरूर है, लेकिन दोनों आमने-सामने नहीं हैं। जनरल रावत ने कहा कि इसी साल अगस्त में इसी शर्त पर गतिरोध खत्म हुआ था कि दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने नहीं रहेंगे।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी इस समय भी वहां मौजूद है। लेकिन, वे लोग हमसे एक निश्चित दूरी बनाए हुए हैं। वे शुक्रवार को मराठा लाइट इन्फैंट्री की 23वीं और 24वीं बटालियन को सम्मानित करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सेना द्वारा मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों से भी इन्कार किया।
सेना प्रमुख ने कहा कि जब कभी इस तरह की शिकायतें मिली हैं, हमने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान और चीन से लगती सीमा पर बेहतर निगरानी के लिए अब आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा।