नई दिल्ली। लोकप्रिय टीवी सीरियल स्त्रीधनम में सांता का रोल निभाने वाली कविता लक्ष्मी केरल के लोगों के बीच एक जाना पहचाना नाम है। ऐसे में जब कविता को लोग सड़क के किनारे की दुकान पर डोसा बनाते हुए देखते हैं, तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं होता है।
लोगों को लगता है कि यह उनके किसी सीरियल की शूट का हिस्सा होगा। मगर, कम ही लोग जानते हैं कि वह सच में सड़क किनारे खाने-पीने का ठेला लगाती हैं। वह अपने बेटे की पढ़ाई के लिए यह काम करती हैं। दरअसल, 43 वर्षीय अभिनेत्री ब्रिटेन में पढ़ रहे अपने बेटे की शिक्षा का खर्च उठाने के लिए यह अतिरिक्त काम कर रही हैं।
कविता बीते 10 साल से तिरुवनंतपुरम में नेय्याट्टिनकारा में रह रही हैं। एक दशक पहले पति से अलग होने के बाद से उन्होंने अपने दोनों बच्चों को खुद पाला है। पहले वह चाहती थी कि उनका बेटा आकाश एमबीए करे। मगर, बाद में उन्होंने फैसला किया कि वह बेटे को वह करने देंगी, जो वह चाहता है। आकाश ब्रिटेन से कलिनेरी कोर्स करना चाहता था।
कविता को लगा कि वह बेटे की पढ़ाई का खर्च उठा सकती हैं। मगर, अभिनेत्री के रूप में उन्हें मिलने वाले काम में कमी आई और उन्हें मिलने वाले पैसे कम होते गए। कोई संपत्ति नहीं होने के कारण वह बैंक से बेटे की पढ़ाई के लिए ऋण नहीं हासिल कर सकीं। लिहाजा उन्होंने स्ट्रीट फूड का स्टाल लगाने का फैसला किया।
कविता कहती हैं कि खुद का घर बनाना कभी मेरा सपना नहीं था। मैंने हमेशा अपने बच्चों की शिक्षा में पैसा लगाया है। जब वे छोटे थे, तो मैंने उनको स्कूल के हॉस्टल में रखा था, जिसके लिए मैंने बहुत पैसा खर्च किया था। मैं उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने में सक्षम बनाना चाहती हूं। घर के बारे में किसे परवाह है। बूढ़े हो जाने पर कई सारे वृद्धाश्रम हैं।
आकाश पार्ट-टाइम जॉब करता है, लेकिन वह इतना नहीं कमा पाता है कि अपनी पढ़ाई का खर्च उठा सके। कोई और मदद करने वाला नहीं है, लिहाजा मैंने ही फूड स्टाल लगाने का फैसला किया। कविता का जज्बा इसलिए भी सलाम करने के काबिल है क्योंकि उन्हें गठिया है और दिल की बीमारी भी है। बावजूद इसके वह होटल में काम करने के लिए भी तैयार हैं। कविता कहती हैं कि अब मुझे अपनी बेटी के बारे में चिंता है।