रांची। झारखंड को मंगलवार को एक और वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है। यह ट्रेन राज्य की राजधानी रांची और उत्तर प्रदेश के वाराणसी के बीच चलेगी।
राज्य और देश भर में कई अन्य रेलवे परियोजनाओं के अनावरण के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद से वर्चुअल माध्यम से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने इससे पहले हटिया-आसनसोल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई और रांची-बंडामुंडा रेलवे लाइन का उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री ने रांची, हटिया, गोविंदपुर रोड, इटकी, मुरी, पिस्का, सिल्ली, टांगरबसली, ततिसिलवाई स्टेशनों, बरकाकाना, रांची रोड और प्रधानखंता स्टेशनों पर ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ योजना के तहत स्टॉलों (दुकानों) का भी उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने धनबाद जिले के हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) सिंदरी और रामगढ़ जिले के सेंट्रल कोलफील्ड्स के बरका-सयाल क्षेत्र के उत्तरी उरीमारी में गतिशक्ति कार्गो टर्मिनलों का भी उद्घाटन किया।
रांची के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक निशांत कुमार ने बताया कि रांची-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन 18 मार्च से शुरू होगा।
ट्रेन बृहस्पतिवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। यह ट्रेन सात घंटे पचास मिनट में 571 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
रांची और वाराणसी के बीच ट्रेन के एक्जिक्यूटिव वातानुकूलित कुर्सी यान में यात्रा के लिए 2,325 रुपये किराया देना होगा। वहीं, बिना भोजन के वातानुकूलित कुर्सी यान के लिए 1,160 रुपये का भुगतान करना होगा।
एक बयान में कहा गया कि ट्रेन सुबह 5.10 बजे रांची से रवाना होगी और दोपहर 1 बजे वाराणसी पहुंचेगी। वापसी में वंदे भारत ट्रेन शाम 4.05 बजे वाराणसी से रवाना होगी और रात के 11.55 पर रांची पहुंचेगी। वहीं, यह ट्रेन मुरी, बोकारो स्टील सिटी, कोडरमा, गया, सासाराम और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर रुकेगी।
राज्य की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस रांची और पटना के बीच चलती है। पहली वंदे भारत ट्रेन को 27 जून, 2023 को हरी झंडी दिखाई गई थी, जबकि रांची और हावड़ा के बीच दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस को पिछले साल 24 सितंबर को हरी झंडी दिखाई गई थी।